नई दिल्ली – गर्मियों में लोग पानी ज्यादा पीते हैं लेकिन पैकेज्ड वाटर इंडस्ट्री में पानी की मांग ऐसी है कि उत्पादन घट रहा है। पिछले एक महीने में पैकेज्ड पानी की बोतलों की मांग तीन गुना हो गई है। खुदरा में पानी बेचने वालों को वह मात्रा नहीं मिल रही है, जिसकी उन्हें जरूरत है। हालांकि, डिस्ट्रीब्यूटर्स के मुताबिक रोजाना 50,000 रैक या 6 लाख बोतल (1 लीटर) पानी बेचा जा रहा है। इस हिसाब से सूरत के लोग रोजाना 1.20 करोड़ रुपये का पानी पी रहे हैं।
पिछले एक महीने में लोगों ने 36 करोड़ रुपये का पानी खरीदा-पिया है। डिस्ट्रीब्यूटर्स का कहना है कि उनके जलापूर्ति प्रोडक्शन हाउस 100 फीसदी क्षमता के साथ पैकेज्ड वॉटर बॉटल का उत्पादन कर रहे हैं लेकिन डिमांड ऐसी है कि डिमांड में कटौती कर पानी की बोतलों की सप्लाई की जा रही है.20 लीटर जग पानी की आपूर्ति एक बोतलबंद पानी की बोतल की तुलना में अधिक है। इस 30:70 के कारोबार में 20 लीटर पानी ज्यादा आता है लेकिन खर्चा कम आता है। छोटे कार्यालय-दुकानों में जहां 2 दिन में 1 जग भरवाया जाता था, अब हर तीन दिन में 2 गुड़ की मांग हो रही है।
वर्तमान में कोरोना के मामले कम होने के कारण भी मामले बढ़े हैं। ऐसे मौकों पर लोग 500 और 250 एमएल की बोतल मंगवाते हैं। वितरकों का कहना है कि 500 मेहमानों के साथ सामान्य अवसर पर भी 3,000 से अधिक बोतलों का ऑर्डर दिया जा रहा है।