अयोध्या: मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस नेता शामिल नहीं होंगे. पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को राम मंदिर के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण मिला था.
कांग्रेस के महासचिव संचार जयराम रमेश ने एक बयान दिया था कि हमारे देश में लाखों लोग भगवान श्री राम की पूजा करते हैं. धर्म एक निजी मामला है. लेकिन RSS और BJP ने लंबे समय से अयोध्या में राम मंदिर को राजनीतिक रुप देने का कार्य किया है. BJP और RSS के नेता अधूरे मंदिर का उद्घाटन स्पष्ट रूप से चुनावी लाभ लेने के लिए सरकार जल्दबाजी में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कर रही है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव (संचार) श्री @Jairam_Ramesh जी का वक्तव्य- pic.twitter.com/K22nOQNqr5
— Congress (@INCIndia) January 10, 2024
जयराम रमेश ने कहा है कि 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पालन करते हुए और भगवान राम का सम्मान करने वाले लाखों लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए, मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने सम्मानपूर्वक निमंत्रण अस्वीकार कर दिया है.
कांग्रेस के नेता रामलला के दर्शन के लिए कब जायेगे
आपको बताते चलें कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का कांग्रेस ने भले ही बहिष्कार कर दिया हो लेकिन उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेता 15 जनवरी को अयोध्या में रामलला के दर्शन करने का फैसला किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 15 जनवरी को यूपी कांग्रेस के नेता अजय राय की अगुवाई में अन्य नेता सुबह उत्तरायण लगते ही 9.15 बजे लखनऊ से अयोध्या जाएंगे. वे वहां सबसे पहले सरयू में स्नान करेंगे और फिर हनुमान गढ़ी में हनुमान जी और फिर रामलला का दर्शन करेंगे.