जयपुर, 13 अक्टूबर 2025 — “धरती का सबसे बड़ा साहित्यिक उत्सव” कहे जाने वाला जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) एक बार फिर अपनी पूरी रौनक और रचनात्मक ऊर्जा के साथ लौट रहा है। वेदांता प्रस्तुत इस प्रतिष्ठित आयोजन का 19वां संस्करण 15 से 19 जनवरी 2026 तक जयपुर के होटल क्लार्क्स आमेर में आयोजित होगा।
लगभग दो दशकों से, यह महोत्सव साहित्य, कला, विचार और संवाद का संगम बनकर दुनिया भर के लेखकों, विचारकों, कलाकारों और पाठकों को जोड़ता आया है। 2026 का संस्करण भी वैसा ही होगा—एक ऐसा उत्सव जहां विचारों की गूंज, संवाद की गहराई, संगीत की लय और विविधता की सुंदरता एक साथ दिखाई देगी।
इस बार फेस्टिवल में 6 मंचों पर 350 से अधिक वक्ता अपने विचार साझा करेंगे। विषयों का विस्तार भी बेहद रोचक है—कथा-साहित्य, कविता, इतिहास, विज्ञान, चिकित्सा, मानसिक स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन, सिनेमा, लैंगिक समानता, व्यापार, राजनीति, और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) तक। कार्यक्रम भारत की बहुभाषिक और बहुसांस्कृतिक पहचान को भी विशेष रूप से रेखांकित करेगा।
🌟 घोषित वक्ताओं की पहली सूची
घोषित वक्ताओं में भारतीय और अंतरराष्ट्रीय जगत के प्रतिष्ठित नाम शामिल हैं—अनामिका, आनंद नीलकंठन, अनुराधा रॉय, भवना सोमाया, गोपालकृष्ण गांधी, जंग चांग, के. आर. मीरा, केट मॉस, मैनु जोसेफ, ओल्गा टोकारचुक, रश्मि नारजारी, शौभा डे, स्टीफन फ्राय, टिम बर्नर्स-ली और विश्वनाथन आनंद। इस सूची में नोबेल और बुकर पुरस्कार विजेता लेखक, इतिहासकार, पत्रकार, विचारक और खेल जगत की हस्तियां सभी शामिल हैं—जो इसे वाकई एक वैश्विक मंच बनाते हैं।
नमिता गोखले, फेस्टिवल की सह-निदेशक ने कहा, “जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2026 एक विंटेज संस्करण होगा। इस वर्ष हमारे सत्र भाषाओं की विविधता और साहित्य की नई दिशाओं पर केंद्रित हैं। हम बदलती दुनिया, कृत्रिम बुद्धिमत्ता की वास्तविकताओं और प्रकाशन जगत के गहरे प्रश्नों पर संवाद करेंगे। जनवरी वह महीना होता है जब दुनिया जयपुर आती है और जयपुर दुनिया से मिलता है।”
विलियम डैलरिंपल, सह-निदेशक और प्रसिद्ध इतिहासकार ने कहा, “यह उत्सव लिखित और मौखिक परंपराओं का उत्सव है—एक ऐसी जगह जहां कहानियां प्रेरित करती हैं, जोड़ती हैं और सोच को जगाती हैं। इस बार भी जयपुर में हम साहित्य के इस अद्भुत कार्निवाल को मनाएंगे।”
संजॉय के. रॉय, टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक ने कहा, “जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल अब केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक आंदोलन बन चुका है। यह वह मंच है जो विचारों को जोड़ता है, संवाद को जन्म देता है और संवेदनाओं को साझा करता है।”
🎶 संगीत, कला और संवाद का उत्सव
मुख्य सत्रों के साथ-साथ फेस्टिवल में 13वां ‘जयपुर बुकमार्क’ (JBM) भी आयोजित होगा, जो प्रकाशकों, लेखकों, अनुवादकों और एजेंटों को जोड़ने वाला प्रमुख मंच है। इसके अलावा, आमेर किला की पृष्ठभूमि में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक संध्या समारोह और जयपुर म्यूजिक स्टेज में देश-विदेश के नामचीन कलाकार प्रस्तुति देंगे। पिछले 19 वर्षों से जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल लोकतांत्रिक, समावेशी और विचारशील संवाद का प्रतीक रहा है—एक ऐसा मंच जो भारत की सृजनशील आत्मा को दुनिया के सामने गर्व से प्रस्तुत करता है।