Home » धर्म » कल्याणेश्वर महादेव मंदिर गढ़मिरकपुर धाम का होगा भव्य कायाकल्प – राजेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज

कल्याणेश्वर महादेव मंदिर गढ़मिरकपुर धाम का होगा भव्य कायाकल्प – राजेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज

राजेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज
Picture of भूपेन्द्र सिंह कुशवाहा

भूपेन्द्र सिंह कुशवाहा

सोनीपत, हरियाणा। विवेक जैन।

जनपद सोनीपत के कल्याणेश्वर महादेव मंदिर गढ़मिरकपुर धाम के महंत महामण्ड़लेश्वर राजेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज ने बताया कि जल्द ही धाम और मंदिर का भव्य कायाकल्प किया जायेगा। मंदिर के पूर्व महंत स्वर्गीय सदानन्द सरस्वती जी उर्फ शीतलदास जी महाराज के सपनों को साकार करते हुए मंदिर को भव्य और विशाल रूप दिया जायेगा। पूर्व महंत स्वर्गीय सदानन्द सरस्वती जी महाराज के समाधि स्थल का भव्य निर्माण कराया जायेगा। 27 मई वर्ष 2024 को महंत स्वर्गीय सदानन्द सरस्वती जी उर्फ शीतलदास जी महाराज जी को समाधि दिये जाने के बाद आदि गुरू शंकराचार्य अनन्तानंत सरस्वती जी महाराज, राजगुरू मठ, शिवाला घाट काशी के आदेश और साधु-संतो और समाज की सर्वसम्मति से महामण्ड़लेश्वर राजेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज को कल्याणेश्वर महादेव मंदिर गढ़मिरकपुर धाम जनपद सोनीपत के महंत पद पर आसीन किया गया है।

वर्ष 1999 से लेकर वर्ष 2004 तक भारतीय सेना में अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके है कल्याणेश्वर महादेव मंदिर गढ़मिरकपुर धाम जनपद सोनीपत के महंत महामण्ड़लेश्वर राजेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज

राजेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज अपने गुरू भाई और पूर्व महंत स्वर्गीय सदानन्द सरस्वती जी के समय से ही इस धाम से जुड़े हुए है और क्षेत्र के साधु-संतो और समाज से भलीभांति परिचित है। इस प्रसिद्ध धाम में राजेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज 14 मई वर्ष 2024 से लेकर 21 जून वर्ष 2024, 41 दिनों तक तपती धूप में क्षेत्र के विकास और समृद्धि के लिए 108 धूनों की कठिन तपस्या और विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन कर चुके है। महाराज श्री धार्मिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका तो अदा करते ही है, इसके साथ-साथ इनमें देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी हुई है।राजेन्द्रानन्द सरस्वती जी महाराज

महाराज श्री वर्ष 1999 से लेकर वर्ष 2004 तक भारतीय सेना में अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके है। आर्मी में सुबह प्रैक्टिस के समय इनको ट्रक ने टक्कर मार दी थी, जिसमें यह गंभीर रूप से घायल हो गये थे, इसी कारण इनको आर्मी की नौकरी छोड़नी पड़ी। महाराज श्री बचपन से ही बड़े धार्मिक स्वभाव के है। महाराज श्री का प्रसिद्ध काली खोली धाम में आना जाना लगा रहता है। खोली धाम में 17 जौलाई वर्ष 2019 में उन्होंने सांसारिक मोहमाया को छोड़कर महंत महाकाल गिरी खड़ेशरी जी महाराज द्वारा सन्यास ग्रहण किया। वर्ष 2022 में सरस्वती पंथ से जुड़े उज्जैन के महामण्ड़लेश्वर सर्वेशानन्द जी महाराज ने हस्तिनापुर में महाराजश्री को संस्कार दिलाया।

इसके उपरान्त महाराजश्री ने देशभर में धर्म के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। कल्याणेश्वर महादेव मंदिर गढ़मिरकपुर धाम में महाराज श्री के साथ जयंती माता शक्ति पीठ मंदिर पांडु टीला हस्तिनापुर मेरठ से जुड़े प्रसिद्ध पंड़ित प्रेमानन्द जी विराजमान है और वह धाम के मंदिर में पूजा-अर्चना करते है। धाम में केशव शर्मा मुख्य सेवादार है।

Leave a Comment

Poll

क्या आप हमारी खबरों से संतुष्ट हैं ?

Cricket Live

Rashifal

Leave a Comment

इस पोस्ट से जुड़े हुए हैशटैग्स