नई दिल्ली। जब देश का युवा मोबाइल स्क्रीन में उलझा पड़ा है, और रेडियो को “पुराने जमाने का मीडियम” कहकर नज़रअंदाज़ किया जा रहा है, प्रसार भारती और भारत सरकार ने एक ऐसा कदम उठाया है जो रेडियो की परिभाषा को बदल सकता है। जी हां, ऑल इंडिया रेडियो (AIR) अब सिर्फ पुराने फिल्मी गानों और खबरों का स्रोत नहीं रह गया—अब यह बनेगा देशभर के युवाओं का लाइव ट्रेनिंग सेंटर।
मेरा युवा भारत पोर्टल बना लॉन्चपैड—बिना फीस, बिना सिफारिश चुने गए युवा
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के ‘MY Bharat’ पोर्टल पर देशभर के हज़ारों युवाओं ने आवेदन किया। कोई फीस नहीं, कोई सिफारिश नहीं—सिर्फ हुनर और जुनून की कसौटी पर परखा गया। चुने गए युवाओं को 14 अप्रैल से उनके निकटतम AIR स्टेशन पर 120 घंटे की व्यावहारिक ट्रेनिंग दी जाएगी।
क्या मिलेगा सीखने को? ‘रेडियो’ के हर पहलू की अंदरूनी जानकारी—ऑन फील्ड से ऑन एयर तक की जर्नी
इस प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को सिखाया जा रहा है:
- रेडियो स्क्रिप्ट लेखन – शब्दों से चित्र गढ़ने की कला
- वॉयस मॉडुलेशन – माइक के सामने आत्मविश्वास से बोलना
- ऑडियो एडिटिंग व प्रोडक्शन – कंटेंट को कसा हुआ प्रोफेशनल टच देना
- लाइव रिपोर्टिंग व इंटरव्यू – फील्ड से सीधे स्टूडियो तक की रिपोर्टिंग
- रेडियो फीचर, डॉक्यूमेंट्री, न्यूज़ आइटम्स का निर्माण
- सोशल मीडिया इंटीग्रेशन – रेडियो भी अब डिजिटल की दौड़ में
बागपत के अमन कुमार ने जताई खुशी—गांव से ग्लोबल ब्रॉडकास्टिंग की ओर पहला कदम
उत्तर प्रदेश के जनपद बागपत से 23 वर्षीय अमन कुमार, जो IGNOU से सोशल वर्क की पढ़ाई कर रहे हैं, ने ट्वीट के ज़रिए इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रसार भारती और MY Bharat टीम का आभार जताया। उनके साथ-साथ देश के हर राज्य, हर क्षेत्र से चुने गए युवाओं को 14 अप्रैल को अपने संबंधित आकाशवाणी केंद्रों पर रिपोर्ट करना होगा, जहां से उनका ग्राउंड लेवल प्रशिक्षण शुरू होगा।
#SamarthYuva #SashaktBharat https://t.co/9tWxZJEZuK
— NYKS Uttar Pradesh (@nyks_up) April 9, 2025
जब निजी मीडिया संस्थान लाखों की फीस लेते हैं, तब सरकार दे रही है फ्री ट्रेनिंग—यह असली मीडिया लोकतंत्र है!
आज जब मीडिया एजुकेशन सिर्फ बड़े शहरों के महंगे संस्थानों में सीमित होती जा रही है—जहां दाखिला पाना आम युवाओं के लिए सपना जैसा है—प्रसार भारती और भारत सरकार की यह पहल उस सोच को सीधी टक्कर देती है। यह मीडिया का विकेंद्रीकरण है, यह लोकतंत्र की आवाज़ को लोकल स्तर पर मजबूत करने की कोशिश है।
अगर यह मॉडल टिकाऊ रहा, तो आने वाले समय में हर AIR स्टेशन बन सकता है एक लोकल मीडिया इनोवेशन लैब—जहां से उभरेंगे नए RJ, रिपोर्टर, स्क्रिप्ट राइटर और पॉडकास्ट प्रोड्यूसर।
रेडियो की नई परिभाषा—युवाओं की आवाज़, भारत के दिल से
अब न तो रेडियो पुराना है, न ही सीमित। अब रेडियो बनेगा युवाओं का, गांवों का, सच्ची कहानियों का प्लेटफॉर्म। और इसकी शुरुआत हो चुकी है… देश के कोने-कोने से आने वाली युवा आवाज़ें अब रेडियो की तरंगों पर गूंजेंगी—एक नए भारत के निर्माण में।