रिपोर्ट, संजय साहू। झांसी
झांसी में पर्युषण दशलक्षण महापर्व 2025 के चतुर्थ दिवस पर जिनालयों में उत्तम शौच धर्म की पूजा-अर्चना हुई। श्रद्धालुओं ने बड़ी आस्था और भावनाओं के साथ जैन दर्शन के नौवें तीर्थंकर श्री पुष्पदंत भगवान का मोक्षकल्याणक महोत्सव मनाया। इस मौके पर परंपरागत निर्वाण लाड़ू अर्पित किए गए।
मुनिश्री अविचलसागरजी का प्रवचन
मेडिकल कॉलेज गेट नं. 3 स्थित भगवान महावीर लोक कल्याण परिसर में विराजमान मुनिश्री अविचलसागरजी महाराज ने प्रवचन में कहा—
“उत्तम शौच धर्म का अर्थ है आत्मा की निर्मलता। लोभ वास्तव में पाप का मूल कारण है। संतोष रूपी धन से ही जीवन में सच्चा कल्याण संभव है। जो व्यक्ति संतोष और समभाव से लोभ को दूर करता है, वही शौचधर्मी कहलाता है और परम सुख का अधिकारी बनता है।”
धार्मिक अनुष्ठान और अभिषेक
प्रातः बेला में विश्वशांति की मंगलकामना के साथ शांतिधारा संपन्न हुई।
चातुर्मास संयोजक नितिन जैन सदर और देवेश जैन केडी ने शांतिधारा का सौभाग्य प्राप्त किया।
मुख्य सलाहकार डॉ. राजीव जैन, वरिष्ठ महामंत्री दिनेश जैन डीके, महामंत्री सौरभ जैन सर्वज्ञ, अंकित सर्राफ, अंशुल जैन, निशांत जैन सहित अनेक श्रद्धालुओं ने श्रीजी का अभिषेक कर धर्मलाभ अर्जित किया।
महिलाओं में श्रीमती प्रतिभा जैन, श्वेता जैन, अंजलि सिंघई, रीता जैन आदित्य, सोनम जैन, पूजा जैन, नेहा जैन ने श्रद्धा से निर्वाण लाड़ू अर्पित किए।
जैन चिकित्सकों की गोष्ठी
मुनिश्री अविचलसागरजी महाराज के सान्निध्य में “आधुनिक शिक्षा और जैन मूल्य : समन्वय एवं संभावनाएं” विषय पर नगर के जैन चिकित्सकों की गोष्ठी आयोजित हुई।
इसमें डॉ. पी.के. जैन, डॉ. एस.के. जैन, डॉ. मनीष जैन, डॉ. निर्देश जैन, डॉ. अभिषेक जैन सहित अनेक चिकित्सक शामिल हुए।
संचालन डॉ. अंशुल जैन ने किया और आभार डॉ. राजीव जैन ने व्यक्त किया।
आगामी धार्मिक कार्यक्रम
पर्युषण महापर्व के अंतर्गत 06 सितम्बर (अनंत चतुर्दशी) को श्री दिगम्बर जैन पंचायती बड़ा मंदिर, गांधी रोड, झांसी में वार्षिक कलशाभिषेक समारोह होगा।
07 सितम्बर को कटरा रोड स्थित श्री दिगम्बर जैन पार्श्वनाथ मंदिर से श्रीजी की विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसके पश्चात भव्य कलशाभिषेक होगा।