क्राइम रिपोर्टर ,सचिन सिंह चौहन । आगरा
आगरा। सोमवार शाम लगभग 6:30 बजे बल्केश्वर स्थित 118 साल पुराने श्री महालक्ष्मी मंदिर में बड़ा हादसा हो गया। मंदिर की दीवार और छत का हिस्सा अचानक गिर गया, जिससे उस पर खड़े कई लोग सीधे यमुना नदी में जा गिरे। हादसे के वक्त मंदिर प्रांगण में करीब 40 लोग मौजूद थे।
भगदड़ और चीख-पुकार, लोग जान बचाने को भागे
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दीवार गिरते ही मंदिर परिसर में अफरा-तफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे और कई लोग खून से लथपथ बाहर निकलते देखे गए। हादसे के बाद श्री महालक्ष्मी मंदिर परिसर में भगदड़ और चीख-पुकार का माहौल हो गया।
पुलिस ने 6 लोगों को निकाला बाहर, अस्पताल भेजा
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, मेयर हेमलता दिवाकर और नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल भी घटनास्थल पर मौजूद रहे।
पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और मलबे से 6 घायलों को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा।
चश्मदीद का बयान
आंखों-देखे गवाह ऋषि अग्रवाल ने बताया—
“मैं मंदिर में माता के दर्शन करने जा रहा था तभी लोग बाहर भागते दिखे। पूछने पर बताया गया कि मंदिर की दीवार गिर गई है। अंदर पहुंचा तो तीन लोग खून से लथपथ बाहर आते दिखे और कहा कि कई लोग यमुना में गिर गए हैं।”
प्रशासन का बयान और NDRF सर्च ऑपरेशन
जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी ने जानकारी दी कि अब तक 3 लोगों के मिलने की पुष्टि हुई है। NDRF टीम मौके पर सर्च ऑपरेशन चला रही है। उन्होंने कहा—
“गनीमत रही कि दीवार बाहर की तरफ गिरी, वरना अंदर की तरफ गिरने से हादसा और बड़ा हो सकता था।”
अभी इस दुर्घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है।
बड़ी चेतावनी
यह घटना बताती है कि उफनती यमुना को नज़दीक से देखने की लापरवाही किस तरह जानलेवा साबित हो सकती है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि ऐसे हालात में नदी किनारे और जर्जर संरचनाओं के पास भीड़ न लगाएं।