क्राइम रिपोर्टर ,सचिन सिंह चौहन
आगरा: पहला मामला आगरा के थाना हरिपर्वत पुलिस ने ऑटो गैंग के चार लोगों को गिरफ्तार किया। उनमें कमल जैन मुख्य सरगना हैं। उसके गैंग में शाहरुख़, राजू और मज़ीद थे। कमल जैन, शाहरुख और मजीद पर पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं। जबकि राजू पहली बार गिरफ्तार किया गया हैं। एसीपी हरिपर्वत अक्षय महादिक जी ने बताया कि पिछले कई दिनों से ऑटो में चोरी की शिकायतें मिल रही थी। पुलिस से बचने के लिए यह ऑटो की छत को बदलते रहते थे। नंबर प्लेट को छिपाने के पानी की खाली बोतल नंबर प्लेट पर टांग देते थे। चोरों के पास से पुलिस को एक तमंचा, 11 मोबाइल भी बरामद हुए हैं।
10 अप्रैल को शिकायत हुई थी, कि ऑटो में मोबाइल और नगदी चोरी किये गए। इसके बाद पुलिस टीम ने चोरों के गैंग को पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया। यह लोग खुद ही सवारी बनकर बैठते थे। बीच में एक अन्य सवारी को बैठा लेते थे। चुपचाप मोबाइल और पैसे निकाल लेते थे। इसी बीच एक आदमी कहता था कि ऑटो खराब हो गया हैं।
दूसरा मामला 17 सितम्बर की रात ऑटो गैंग ने मेरठ के यात्री को तमंचा दिखाकर लूटा ऑटो से धक्का देकर फरार हो गए। पुलिस ने तीनों लुटेरों को पकड़ लिया।
डीसीपी सिटी ने बताया कि 18 सितम्बर की रात को सदर थाने में मेरठ के रहने वाले एक यात्री ने सूचना दी। वो 17 सितम्बर की रात को ईदगाह बस स्टैंड पर झांसी जाने के लिए उतरे। वही उस यात्री से एक ऑटो वाले ने कहा कि ग्वालियर रोड से जल्दी झांसी कि बस मिल जाएगी। यहां पर घंटों इंतज़ार करना पड़ेगा। ऑटो में एक व्यक्ति पहले से बैठा हुआ था। वो भी उसके साथ बैठ गए। रास्ते में ऑटो चालक ने दो और व्यक्तियों को बैठा लिया। ऑटो चालक सुनसान स्थान पर लें गया। वहां पर चारों ने मारपीट करना शुरू कर दिया। इसके बाद तमंचा दिखाकर नगदी, मोबाइल फोन व चार्जर लूट लिया। ऑटो से रास्ते में धक्का देकर फरार हो गए।
सदर पुलिस मुकदमा दर्ज कर लूटेरों की तलाश शुरू कर दी। मुखबिर द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर तीनों अभियुक्तों को टैंक चौराहे से आगे थाना सदर बाजार रोड से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों ने बताया कि तीनों गिरोह बनाकर ऑटो में सवारी को बैठाकर उनके मोबाइल और रूपये लूटते हैं। पकडे गए तीनों आरोपी ओमपुरी, संजू और नितिन शर्मा डौकी के रहने वाले हैं।अभियुक्तों के कब्ज़े से 01 अवैध तमंचा 315 बोर, 01 जिंदा कारतूस, लूटा गया मोबाइल फोन बरामद किया
टूंडला फ्लाई ओवर के नीचे खड़े ऑटो के नंबर छुपे होने की और छोटे बच्चो से एक महिला भीख मंगवा रही थी। सूचना वहां के पुलिसकर्मी से क्राइम रिपोर्ट ने कहा तब पुलिस ने क्राइम रिपोर्टर से कहा पत्रकार हो पुलिस नहीं जों हमको बता रहे हो कि ऑटो गैंग भी हो सकते हैं।