आगरा: ताजनगरी आगरा से एक मामला हैरान करने वाली खबर सामने आई है। आगरा में मेट्रो के लिए सुरंग की खुदाई का कार्य चल रहा है। जिसके चलते 1700 मकानों में दरारे आ गई है। इन घरों में रहने वाले हज़ारो लोगो की जान पर खतरा मंडरा रहा है।इससे लोगो में दहशत दिखाई दे रही है।
आगरा नगर निगम ने कई बार दिये गए थे मकान मालिकों को नोटिस
इस परेशानी को लेकर कई बार नगर निगम मेट्रो प्रशासन और आगरा डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट से शिकायत भी कि गई है, जिसके बाद आगरा नगर निगम कि ओर से कई मकानों मालिकों को नोटिस दिया गया है, कि आप मकान खाली कर दे जब तक यह कार्य चल रहा है। इसके साथ ही आगरा डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट का कहना है कि कि मेट्रो कारपोरेशन आगरा में अंडरग्राउंड टनल खुदाई के दौरान मकानों में आई दरारो कि भरपाई कराई जायेगी।
अंडरग्राउंड मेट्रो ट्रैक बनाने के लिए अत्याधुनिक मशीनो से खुदाई का काम जोरशोर से चल रहा है। जिस जगह खुदाई हो रही है, उसके आसपास के रिहायशी क्षेत्र के घरों में दरारे दिखाई देने लगी है। खुदाई के समय घर के दरवाजे-खिड़की हिलने लगते है। 1500 मकानों की जड़ को खतरा है,इस क्षेत्र के लगभग 10,000 प्रभावित हुए है, 146 मकानों को जैक लगाकर स्पोर्ट दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के मेट्रो कारपोरेशन के अधिकारी ने मौके पर पहुंच कर स्तिथि का जायजा लिया। उनका कहना है कि व्यापक सर्वे के बाद भूमिगत खुदाई का काम शुरू किया गया है, लेकिन मकान पुराने है, पहले से क्षतिग्रस्त है। खुदाई मनको के अनुरूप करवाई जा रही है। वही 1700 मकान प्रभावित होने कि बात कही जा रही है, कुछ घरों में जांच के बाद कुछ कहा जा सकता है। वही कुछ घरों का आंकलन हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतिज़ाम किए गए है।
मेट्रो अंडरग्राउंड खुदाई होने से सबसे ज्यादा खतरा इस जगह
मेट्रो अंडरग्राउंड खुदाई होने से सबसे ज्यादा खतरा मोती कटरा और सैय्यद गाली पर दिखाई दे रहा है। यहाँ आगरा कॉलेज से मनकामेश्वर मंदिर स्टेशन तक अंडरग्राउंड मेट्रो ट्रैक तैयार किया जा रहा है। इस सुरंग को तैयार करने के लिए ज़मीन के अंदर 100-150 फीट गहराई वाली खुदाई चल रही है, ये सुरंग दो किलोमीटर लम्बी है।