दिलीप कुमार
बस्ती – जे.ई./ए.ई.एस. रोग की रोकथाम हेतु मच्छर, चूहा एवं छछूंदर नियंत्रित करना परम आवश्यक है। उक्त जानकारी देते हुए कृषि रक्षा अधिकारी रतन शंकर ओझा ने बताया कि घरों में चूहा नियंत्रण हेतु जिंक फास्फाईड के अलावा ब्रोमोडाईलोन 0.005 प्रतिशत की टिकिया का प्रयोग किया जा सकता है, जिसे चूहा 3-4 बार खाने के बाद मरता है। चूहों की संख्या नियंत्रित करने के लिए अन्न भण्डारण धातु की बखारियों, पक्के/कंक्रीट पात्रों में करें, जिससे उनको भोज्य पदार्थ सुगमता से उपलब्ध न हों। ये तमाम रोगों जैसे प्लेग, मस्तिक ज्वर इत्यादि के वाहक का कार्य करते है। स्तनपाइयों में रोडेन्ट आर्डर सर्वाधिक विविधता का है, जिसमें 2200 से अधिक प्रजातिया है। एक जोड़ी चूहे से वर्ष भर में 1000 से अधिक संख्या उत्पन्न होती है।
उन्होने बताया कि कृषको द्वारा खेतों/फसल क्षेत्रों में साप्ताहिक कार्यक्रम चलाकर चूहों पर नियंत्रण किया जा सकता है। उन्होने बताया कि प्रथम दिन-क्षेत्र भ्रमण एवं कार्यस्थल की पहचान करना, द्वितीय-खेत/क्षेत्र का निरीक्षण एवं बिलों को बन्द करते हुए चिन्हित कर झण्डे लगायें, तृतीय- खेत/क्षेत्र का निरीक्षण कर, जो बिल बन्द हो वहा झण्डे हटा दे, जहॉ पर बिल खुले पाये वहॉ पर झण्डा लगे रहने दे। खुले बिल में एक भाग सरसों का तेल एवं 48 भाग भुना चना/गेहूॅ/चावल आदि से बने चारे को बिना जहर मिलाये बिल में रखें।
इसी प्रकार चौथा दिन-बिलों का निरीक्षण कर बिना जहर का चारा पुनः रखे, पॉचवा- जिंक फास्फाईड 80 प्रतिशत की 1 ग्राम मात्रा को 01 ग्राम सरसों तेल व 48भाग भुना चना/गेहूॅ आदि से बने चारे को बिल में रखें, छठवां-बिलों का निरीक्षण करें तथा मरे चूहों को एकत्र कर जमीन में गाड दें तथा सातवा-बिलों को पुनः बंद कर दें। अगले दिन यदि बिल खुले पाये जाए तो कार्यक्रम पुनः अपनायें।
उन्होने यह भी बताया कि मच्छर विभिन्न प्रकार के रोगों-ए.ई.एस./जे.ई., डेंगू, मलेरिया आदि के वेक्टर (वाहक) के रूप में कार्य करते है। मच्छरों को कुुछ विशेष पौधे जैसे-गेंदा, गुलदाउदी, सिट्रोनेला, रोजमैरी, तुलसी, लेवेन्डर एवं जिरैनियम, मिन्ट/पिपरमिन्ट को घर के आस-पास लगाकर खतरनाक मच्छरों से नियंत्रण किया जा सकता है। उन्होने बताया कि इनमें से कुछ प्रजातियों द्वारा तो ऐसे रासायनिक तत्व मुक्त किये जाते है, जो मच्छरों की प्रजनन क्षमता ही समाप्त कर देते है।

Author: भूपेन्द्र सिंह कुशवाहा
पेशे से पत्रकार , इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया एवं विभिन्न न्यूज़ पोर्टल का अनुभव, सभी चैनलों का अपना अपना एजेंडा लेकिन मेरी विचारधारा स्वतंत्र पत्रकार की "राष्ट्र हित सर्वप्रथम"
