जालौन, उत्तर प्रदेश।
जालौन। जिले के लहचूरा ग्राम पंचायत से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां ग्राम प्रधान पर सार्वजनिक संपत्ति—सोलर स्ट्रीट लाइट की प्लेट्स और बैटरियां—चोरी करने का आरोप लगा है। इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें ट्रैक्टर-ट्रॉली में सोलर उपकरण लादते कुछ लोग स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि यह कार्य ग्राम प्रधान के निर्देश पर किया जा रहा है।
वीडियो के वायरल होते ही गांव में हलचल मच गई है। लहचूरा निवासी रज्जन शाह और अखिलेश कुमार ने इस मामले को लेकर आवाज़ उठाई है। उनका कहना है कि पंचायत में गलियों की रौशनी व्यवस्था के लिए जो सोलर प्लेट्स और बैटरियां लगाई गई थीं, उन्हें ग्राम प्रधान बेचने की फिराक में हैं। ग्रामीणों का यह भी दावा है कि उक्त सामग्री अभी कार्यशील थी।
ग्राम प्रधान ने दी सफाई
ग्राम प्रधान अनिल कुमार वर्मा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जिन सोलर प्लेट्स और बैटरियों को हटाया गया है, वे खराब हो चुकी थीं और उन्हें नए उपकरणों से बदलने की योजना थी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह केवल एक “राजनीतिक बदले की भावना” के तहत फैलाया गया भ्रम है।
पहले भी लग चुके हैं आरोप
ग्राम प्रधान के खिलाफ यह पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी उन पर गौशाला में लगे टीन सेट को एक लाख बीस हजार रुपये में बेचने के आरोप लग चुके हैं। इस पर सफाई देते हुए ग्राम प्रधान ने बताया था कि लहचूरा की गौशाला को पास के गांव की गौशाला में मर्ज कर दिया गया था, जिसके कारण उपकरणों को वहां से हटाकर सुरक्षित स्थान पर रखा गया।
प्रशासन से जांच की मांग
ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यदि यह सार्वजनिक धन का दुरुपयोग है, तो ग्राम प्रधान पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
