बागपत, उत्तर प्रदेश। विवेक जैन।
सरूरपुर कलां गांव की चौथी विशाल कावड़ का खेड़की गांव पहुॅंचने पर ग्रामवासियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। ग्रामवासियों ने कावड़ियों का फूलमाला पहनाकर अभिनन्दन किया और उनको शील्ड़ देकर पुरस्कृत किया। विशाल कावड़ में कलाकारों द्वारा भगवान शिव के भजनों पर किये जा रहे नृत्य को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। वहां पर उपस्थित लोगों ने कावड़ियों के साथ जमकर सेल्फी ली।
कांवड़ यात्रा एक धार्मिक अनुष्ठान है, जो भक्तों को भगवान शिव के करीब लाता है और उन्हें सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है – उज्जवल शर्मा
इस अवसर पर उपस्थित ग्राम प्रधान आशीष शर्मा ने कावड़ियों का स्वागत करते हुए कहा कि कांवड़ लाने का बहुत धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। सावन माह में हरिद्वार व अन्य नदियों के पवित्र जल को लाकर शिवलिंग पर अभिषेक करने से धार्मिक पुण्य की प्राप्ति होती है। कावड़ लाना भगवान शिव के प्रति भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। ऐसा करने से भगवान शिवजी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
सावन माह में हरिद्वार व अन्य नदियों के पवित्र जल को लाकर शिवलिंग पर अभिषेक करने से धार्मिक पुण्य की प्राप्ति होती है – आशीष शर्मा
इस अवसर पर द हाइवे किंग के उज्जवल शर्मा ने कहा कि कांवड़ यात्रा एक महत्वपूर्ण धार्मिक और आध्यात्मिक अनुष्ठान है, जो भक्तों को भगवान शिव के करीब लाता है और उन्हें सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है। इस अवसर पर इंटरनेशनल अवार्डी, महामहिम राष्ट्रपति और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन सहित हजारों ग्रामवासी उपस्थित थे।
