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युवा संसद में ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर युवाओं ने साझा किए विचार, लोकतांत्रिक सुधारों की आवश्यकता पर दिया जोर

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गौतमबुद्धनगर, 21 मार्च 2025 – युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार की इकाई नेहरू युवा केंद्र (माय भारत) गौतमबुद्धनगर द्वारा द्रोणाचार्य ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के ऑडिटोरियम में आयोजित “विकसित भारत युवा संसद” में बागपत, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर के युवाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ एमएलसी श्रीचंद शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश के विकास में युवाओं की भागीदारी अहम है। उन्होंने “वन नेशन, वन इलेक्शन” प्रणाली को समय और संसाधनों की बचत का सशक्त माध्यम बताते हुए कहा कि इससे देश में विकास कार्यों को गति मिलेगी।

युवाओं ने रखे ठोस सुझाव, लोकतांत्रिक प्रक्रिया में बदलाव की वकालत

कार्यक्रम में शामिल युवा वक्ताओं ने “वन नेशन, वन इलेक्शन” प्रणाली पर अपने विचार साझा किए। बागपत के ईनाम उल हसन ने कहा, “जब देश एक है तो चुनाव भी एक होना चाहिए। इससे प्रशासनिक प्रक्रिया में सुधार होगा और विकास के लिए अधिक संसाधन उपलब्ध होंगे।” प्रतिभागी शिवम ने कहा कि बार-बार चुनाव कराने की प्रक्रिया महंगी और समय-consuming है। यदि पूरे देश में एक साथ चुनाव कराए जाएं, तो इससे बचने वाले संसाधनों का उपयोग युवाओं के कौशल विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में किया जा सकेगा, जिससे भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में मदद मिलेगी।

वन नेशन, वन इलेक्शन के लाभ और चुनौतियों पर युवाओं ने रखे विचार

गौतमबुद्धनगर के अभिनव, अर्जुन प्रताप, अवनी मिश्रा और आशी पांडेय ने इस प्रणाली के संभावित लाभों और चुनौतियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इससे चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी, प्रशासनिक कार्यों में तेजी होगी और देश आर्थिक रूप से मजबूत होगा। गाजियाबाद के विशाल सिरोही, रेशु और सृष्टि पांडेय ने कहा कि बार-बार चुनाव कराने से होने वाला आर्थिक खर्च बचाकर उसे विकास कार्यों में लगाया जा सकता है।

विशेषज्ञों और निर्णायक मंडल ने युवाओं के विचारों की सराहना की

कार्यक्रम में निर्णायक मंडल के रूप में प्रिंस इंस्टिट्यूट ऑफ इनोवेटिव टेक्नोलॉजी की डायरेक्टर डॉ. सपना आर्या, शिक्षाविद डॉ. सत्यवीर सिंह, वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर पंकज सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दीपक राय और सामाजिक कार्यकर्ता परमानंद कौशिक मौजूद रहे। उन्होंने युवाओं के विचारों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे मंच लोकतंत्र को मजबूत करते हैं और युवाओं को नीति-निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर प्रदान करते हैं।

राज्य स्तर पर करेंगे जनपद का प्रतिनिधित्व

नेहरू युवा केंद्र की जिला युवा अधिकारी स्निग्धा सिंह ने बताया कि कार्यक्रम में 150 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए। इनमें से 10 युवा चयनित होकर लखनऊ में राज्य स्तरीय युवा संसद में जनपद का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने बताया कि “माय भारत पोर्टल” के माध्यम से चयनित हुए युवा इस मंच के जरिए अपने विचार नीति-निर्माण में शामिल करवा रहे हैं, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

युवा संसद भविष्य के नेतृत्व को कर रही तैयार

विकसित भारत युवा संसद केवल राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर युवाओं को सोचने का अवसर ही नहीं दे रही है, बल्कि उन्हें भविष्य के नेतृत्व के लिए भी तैयार कर रही है। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित युवाओं को द्रोणाचार्य ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन द्वारा संचालित विभिन्न कोर्सेज की जानकारी भी दी गई, जिससे उन्हें शिक्षा और कौशल विकास के नए अवसरों के बारे में अवगत कराया गया।

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