रिपोर्ट: दिलीप कुमार
कप्तानगंज ( बस्ती ) – बीईओं प्रभात कुमार श्रीवास्तव एवं प्रधानाध्यापक राम जियावन वर्मा समेत अन्य समस्त स्टाफ की मिलीभगत से कम्पोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय खजुरिया मिश्र विद्यालय परिसर में चोरी से चिलबिल का पेड़ काटने के मामले में 15 दिन बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पायी है । सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया पर खबर वायरल / सम्मानित समाचार पत्र में खबर प्रकाशित होने के एक दिन बाद आनन फानन में वन विभाग कप्तानगंज ने कम्पोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय खजुरिया मिश्र परिसर में दो पेड़ कटे चिलबिल मामले में ग्राम प्रधान लक्ष्मी देवी एवं लकड़ी ठेकेदार सन्तराम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था जो मुकदमा संख्या – 73 /23-24 है ।
आप जानते हैं कि सरकारी भूमि पर लगे पेड़ की कटान के लिए एसडीएम / वन विभाग को सूचना दिया जाता है और एसडीएम / वन विभाग की जांच के बाद सारी प्रकिया पूरी की जाती है और पेड़ की बिक्री की गयी धनराशि को सरकारी खजाने में जमा किया जाता है लेकिन ग्राम प्रधान एवं प्रधानाध्यापक ने बिना किसी प्रक्रिया पूरी किये मनमानी तरीके से चिलबिल के पेड़ की कटान करवा दिया गया था ।
बीईओं प्रभात श्रीवास्तव का मुख्य उद्देश्य था कि विद्यालय परिसर में प्रधानाध्यापक राम जियावन वर्मा समेत अन्य सभी स्टाफ के सहयोग से विद्यालय परिसर के पेड़ को कटवाकर आपस में पैसे को बाट लिया जायेगा लेकिन मीडिया सक्रिय होने होते देख प्रधानाध्यापक राम जियावन वर्मा के खिलाफ नोटिस जारी किया और स्पष्टीकरण के नाम पर मामले में लीपापोती कर दिया है ।
पहले मीडिया टीम को फोन के माध्यम से कहा करते थे कि स्पष्टीकरण आने दीजिए स्पष्टीकरण के आधार पर प्रधानाध्यापक राम जियावन वर्मा के खिलाफ कार्रवाई होगी लेकिन अब सीधे मीडिया टीम को फोन के माध्यम से कह रहे हैं कि हमे खजुरिया विद्यालय परिसर में दो पेड़ चिलबिल कटने के मामले में हमे कोई जानकारी नहीं है बीएसए साहब से बात कर लीजिए ।
बीईओं के सहयोग से चिलबिल के कटी लकड़ी का धीरे – धीरे बिक्री शुरू हो गया है । बीईओं प्रभात श्रीवास्तव के मनमानी कार्यों से सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है । शासनादेश के विरुद्ध विद्यालय परिसर में कटे पेड़ के मामले में कार्रवाई न होना जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है ।