रिपोर्ट - बागपत, उत्तर प्रदेश। विवेक जैन। बागपत - रटौल आम अपने रसीले स्वाद के लिये देश ही नही बल्कि अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपनी विशेष पहचान बनाये हुए है। विश्वभर में प्रसिद्ध इस रटौल आम को अब जियोग्राफिकल इंड़िकेशन रजिस्ट्री भारत सरकार द्वारा मान्यता प्रदान करते हुए जीआई टैग प्रदान किया गया है। जीआई टैग मिलने की खुशी में रटौल सहित समस्त जनपद बागपत में खुशी का माहौल है। जीआई टैग मिलने की खुशी में रटौल के फरीदी गार्डन में रटौल मैंगो प्रोड़यूसर एसोसिएशन द्वारा एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें रटौल आम को जीआई टैग दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाली हस्तियों को सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में देश व प्रदेश की अनेकों जानी-मानी हस्तियों ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ऑल इण्ड़िया मैंगो एण्ड़ फ्रूट डिवलपमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष जुनैद फरीदी ने बताया कि उनके दादा स्व शेख मौहम्मद अफाक फरीदी ने सन 1920 में शोहरा ए अफाक नर्सरी को रटौल में स्थापित किया और आम पर अनेकों शोध किये।
उन्होंने इस नर्सरी में सैकड़ों आम की किस्मों को इजात किया। इन्ही आम की किस्मों में उन्होंने रटौल आम को भी इजात किया और ऐसा स्वादिष्ट व रसीला आम विश्व को दिया जिसकी तुलना किसी अन्य आम से नही की जा सकती। रटौल मैंगो प्रोड़यूसर एसोसिएशन के अध्यक्ष एड़वोकेट उमर फरीदी ने बताया कि उनके पड़दादा द्वारा इजात किये रटौल आम को जीआई टैग दिलवाने के लिए उनके पिता जुनैद फरीदी ने वर्ष 2010 में आवेदन किया था। वर्षों की मेहनत के बाद 17 सितम्बर वर्ष 2021 को जियोग्राफिकल इंड़िकेशन रजिस्ट्री भारत सरकार द्वारा रटौल आम को जीआई टैग नम्बर 206 सर्टिफिकेट नम्बर 401 प्राप्त हुआ है।
इस अवसर पर स्व शेख मौहम्मद अफाक फरीदी की पड़पोत्री एड़वोकेट बूशरा फरीदी ने कहा कि जीआई टैग दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाली हस्तियों को सम्मानित करते हुए उनका परिवार और समस्त रटौलवासी अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। इस अवसर पर जिलाधिकारी बागपत डॉ राजकमल यादव, उत्तर प्रदेश के पूर्व सिचाई मंत्री डॉ मैराजूद्दीन, डॉ शैलेन्द्र राजन, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन, कय्यूम कुरैशी, सरफराज मुकीम, इसलाम सहित सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित थे।