बुलंदशहर। कहते हैं कि यदि इरादे मजबूत हों, तो असंभव कुछ भी नहीं। इसका सजीव उदाहरण पेश किया है बुलंदशहर के युवा सामाजिक कार्यकर्ता आर्यन गौड़ ने, जिन्होंने केवल 24 घंटों में ऑनलाइन चंदा इकट्ठा कर गुरुकुल में कंप्यूटर पहुंचाने का संकल्प पूरा कर दिखाया।
आर्यन हाल ही में कर्णवास स्थित श्री हरि हर वेद वेदाङ्ग गुरुकुल पहुंचे, जहाँ उन्होंने देखा कि वहाँ के वेदपाठियों को कंप्यूटर शिक्षा की बेहद आवश्यकता है। उन्होंने तुरंत इस जरूरत को पूरा करने का मन बनाया और सोशल मीडिया पर एक अभियान शुरू किया। उनकी इस मुहिम को लोगों का भरपूर समर्थन मिला और मात्र 25 घंटों के भीतर 35157/- रुपये जुटा लिए गए, जिससे एक DELL डेस्कटॉप यूनिट खरीदी गई।
आर्यन ने कहा, “मुझे इस बात की खुशी है कि समाज ने मुझे और मेरे प्रयासों को अपना समर्थन दिया। यह कंप्यूटर वेदपाठियों के भविष्य को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने का महत्वपूर्ण कदम है।”
इस DELL डेस्कटॉप का उद्घाटन 24 अक्टूबर 2024 को गुरुकुल परिसर में आयोजित किया जाएगा, जिसमें सभी सहयोगियों को आमंत्रित किया गया है। आर्यन की यह प्रेरणादायक कहानी दिखाती है कि जब एक व्यक्ति समाज की भलाई के लिए ठान लेता है, तो कोई कार्य असंभव नहीं रहता।
शिक्षा के प्रति सामाजिक योगदान की मिसाल
आर्यन गौड़ का यह कदम यह साबित करता है कि समाजिक कार्य में केवल इच्छाशक्ति और समर्पण की आवश्यकता होती है। बिना किसी बड़े प्रचार के, उन्होंने दिखा दिया कि एक छोटी सी पहल कैसे बड़े बदलाव का कारण बन सकती है।
स्वामी विवेकानन्द यूथ अवार्ड से सम्मानित होंगे आर्यन
आर्यन गौड़ के सामाजिक योगदान की यह सिर्फ एक झलक है। जनवरी 2024 में उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा प्रतिष्ठित स्वामी विवेकानन्द यूथ अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। आर्यन पहले भी समाज की आवश्यकताओं को समझते हुए कई उल्लेखनीय कार्य कर चुके हैं, जिनमें गंगा सफाई अभियान, शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े कार्य प्रमुख रहे हैं। उनका यह सफर समाज के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।