- जिलाधिकारी की अनुशंसा पर भारत सरकार को भेजा गया आवेदन, राष्ट्रीय पुरस्कार की दौड़ में पहली बार शामिल हुआ बागपत
- राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गूंजा बागपत का नाम, ग्लोबल थिंकिंग लोकल एक्शन का मॉडल अपनाया
बागपत, दिनांक 05 अक्टूबर 2025 – उत्तर प्रदेश के सर्वोच्च युवा पुरस्कार, राज्य स्तरीय स्वामी विवेकानन्द यूथ अवॉर्ड विजेता अमन कुमार ने अब राष्ट्रीय युवा पुरस्कार के लिए आवेदन किया है जो युवाओं को मिलने वाला देश का सर्वोच्च युवा पुरस्कार है।
राष्ट्रीय युवा दिवस पर लोकभवन, लखनऊ में आयोजित विशेष समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर कमलों से अमन कुमार को राज्य युवा पुरस्कार 2023-24 प्रदान किया गया था जो जनपद बागपत के इतिहास में प्रथम युवा पुरस्कार के रूप में दर्ज हुआ था। अब बागपत के इस होनहार की उपलब्धियों के बल पर पहली बार बागपत जिला राष्ट्रीय पुरस्कार की दौड़ में शामिल हुआ है। जिलाधिकारी अस्मिता लाल की अनुशंसा पर जिला सूचना अधिकारी राहुल भाटी के मार्गदर्शन में आवेदन तैयार कर भारत सरकार को प्रेषित किया गया है।
अमन कुमार ने बताया कि वह स्वामी विवेकानन्द यूथ अवॉर्ड मिलने के उपरांत इस वर्ष जनपद के युवाओं का मार्गदर्शन कर रहे हैं कि कैसे वे भी समाज कार्यों में सहभागी बन एक जिम्मेदार युवा नागरिक बन सकते हैं। उनके प्रयासों से इस बार चार नए युवाओं का मार्गदर्शन कर उनका आवेदन स्वामी विवेकानन्द यूथ अवॉर्ड हेतु तैयार कराया गया है ताकि जनपद के अधिकाधिक युवाओं को आगे बढ़ने का संबल एवं प्रोत्साहन मिले। वहीं राज्य पुरस्कार में प्राप्त धनराशि से स्वामी विवेकानन्द के विचारों पर आधारित साहित्य का युवाओं के बीच प्रचार प्रसार कर रहे हैं। अमन ने बताया, “हमारा जनपद हमारी जिम्मेदारी है और एक नागरिक के रूप में हमें जो कुछ भी इसकी बेहतरी के लिए कर सकते हैं, वह करना चाहिए।”
अब पूरा बागपत जनपद इस आशा से देख रहा है कि अमन राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी मेहनत और समर्पण से प्रदेश का मान बढ़ाएँगे। एक ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़े युवा के रूप में अमन कुमार को राष्ट्रीय स्तर का यह सम्मान मिलने से प्रदेश के उन सभी युवाओं का मनोबल बढ़ेगा जो अपने क्षेत्र के विकास में निःस्वार्थ भाव से योगदान दे रहे हैं। उनकी पहल से न सिर्फ ग्रामीण इलाकों में युवाओं की सोच बदली है बल्कि उन्हें समाज के प्रति जिम्मेदारी का अहसास भी हुआ है।
आसान नहीं थी राह, काम आई चाह
अमन ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए इंटरमीडिएट कॉलेज सरूरपुर खेड़की में अध्ययन के दौरान अखबार वितरित किए। पढ़ाई हेतु स्कूल फीस न होने की स्थिति में गुरुजन मदद के लिए आगे आए। कम उम्र में ही पिता का साथ छुटने के बावजूद अमन ने हार नहीं मानी और कठिन परिस्थितियों के बावजूद जीवन में आगे बढ़ने का मार्ग चुना। कभी शिक्षा छोड़कर ट्यूबलाइट फैक्ट्री में काम करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। दो वर्षों तक प्राइवेट कंपनी में कार्य कर परिवार की मदद की और फिर पुनः शिक्षा में दाखिला लेकर उच्च शिक्षा पूरी की। अपनी पारिवारिक पीढ़ी में वह पहले सदस्य हैं जिन्होंने इंटरमीडिएट की शिक्षा पूरी की। परिवार में माता अनीता देवी, भाई वासु मलनिया और बहन कशिश ने हर कदम पर उनका साथ दिया।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गूंजा बागपत का नाम
अमन कुमार ने अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के संग कार्य करने के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन के कार्यों ने भी योगदान देकर ग्लोबल थिंकिंग, लोकल एक्शन का मंत्र अपनाया। उनकी उपलब्धियों से प्रेरित होकर एवं मार्गदर्शन प्राप्त पर जनपद के अनेकों युवा आगे बढ़े जो आज अपनी सफलता का श्रेय अमन को देते है।
अमन विगत चार वर्षों से सामाजिक कार्यों में अग्रणी योगदान दे रहे है और राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय महत्व के यूनेस्को इंडिया, यूनेस्को, हंड्रेड, नेचर पॉजिटिव यूनिवर्सिटीज, सत्यार्थी यूथ नेटवर्क, क्लाइमेट कार्डिनल्स, माय भारत जैसे विभिन्न संस्थानों से जुड़े है। वह माय भारत से संबद्ध उड़ान यूथ क्लब के अध्यक्ष के रूप में तकनीकी से सामाजिक बदलाव के मॉडल पर कार्य कर रहे है। माय भारत उत्तर प्रदेश मेंटोर चयनित होकर प्रदेश के अनेकों यूथ क्लब एवं स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन किया। प्रोजेक्ट कॉन्टेस्ट 360 संचालित कर 84 लाख से अधिक लोगों तक शैक्षिक अवसरों की जानकारी पहुंचाई। नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के सानिध्य में करुणा पर आधारित विश्व के प्रथम विशेष विद्यालय का भी हिस्सा रहे हैं।
वहीं उनके द्वारा स्थानीय प्रशासन के कार्यों में स्वैच्छिक योगदान देते हुए कांवड़ यात्रा एप, नगर निकाय निर्वाचन एप, स्वीप बागपत एप, सूचना सेतु एप जैसे तकनीकी आधारित समाधान विकसित किए गए जिसके माध्यम से लाखों लोग लाभान्वित हुए एवं ई गवर्नेंस का मॉडल स्थापित हुआ। प्रशासन की जिला स्वीप कोर कमेटी के युवा सदस्य बने और लोकसभा निर्वाचन संपन्न कराने में उत्कृष्ट योगदान दिया। ग्राम पंचायत फ़ैजपुर निनाना की वेबसाइट बनाकर डिजिटल पंचायत का दर्जा दिलाया।