बिनौली04 मार्च 2025 – “अगर गांव को बदलना है, तो पहल हमें ही करनी होगी!” इसी सोच के साथ टीएससी यूथ क्लब, बिनौली के युवा डिजिटल कृषि मिशन को जमीनी हकीकत में बदलने के लिए आगे आए हैं।
भारत सरकार के इस महत्वाकांक्षी अभियान में नेहरू युवा केन्द्र बागपत से जुड़े युवाओं ने किसानों को डिजिटल पहचान देने का बीड़ा उठाया है। माय भारत पोर्टल के माध्यम से इन युवाओं ने अनुभवात्मक शिक्षण कार्यक्रम में पंजीकरण किया है, जिसके तहत वे 30 मार्च तक अपने गांव के किसानों की फार्मर रजिस्ट्री निःशुल्क और स्वैच्छिक रूप से करेंगे।
टीएससी यूथ क्लब के अध्यक्ष और नेहरू युवा केंद्र बागपत के स्वयंसेवक अमीर खान के नेतृत्व में युवाओं को “फार्मर सहायक ऐप” का प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे किसानों की सही और सुगम रजिस्ट्री कर सकें।
अमीर खान का कहना है, “यह सिर्फ एक सरकारी प्रक्रिया नहीं है, बल्कि एक आंदोलन है—जिससे किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा और युवा भी अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाने का अवसर पाएंगे।”
15 दिनों तक चलने वाले इस डोर-टू-डोर अभियान में सलमान, नीरज, सोनू, उस्मान, आकिब, साकीब, आफताब, सोइन, पुष्पेंद्र समेत कई युवा अपने गांव के किसानों को डिजिटल पहचान दिलाने में जुटे हैं। युवा सिर्फ तकनीक से जुड़ नहीं रहे, बल्कि अपने गांव को भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं।
