शनिवार को बागपत के जिला न्यायालय में लोक अदालत लगी थी। गर्मी थी, लेकिन माहौल हलचल वाला था। और केनरा बैंक? उसने दिखाया कि सिर्फ लोन देना ही नहीं, बल्कि समाधान निकालना भी उसकी प्राथमिकता है।
केनरा बैंक ने लोक अदालत में एक स्पेशल काउंटर लगाया और 110 एनपीए खातों को ओटीएस यानी One Time Settlement के ज़रिए सुलझा डाला। जी हां, एक झटके में 110 लोगों को राहत दी गई — न केस की टेंशन, न अदालत की तारीखें।
बाकी बैंकों के काउंटर भी थे, लेकिन केनरा बैंक का जोश और तैयारी देखने लायक थी। मौके पर पहुंचे थे खुद बैंक के क्षेत्रीय प्रमुख मिन्हाजुल क़मर, अग्रणी बैंक प्रबंधक अभय कुमार सिंह, मंडल प्रबंधक प्रतीक श्रीवास्तव और तमाम बैंक अधिकारी।
यह पूरा मामला एक मिसाल है कि अगर बैंक और ग्राहक दोनों साथ आ जाएं, तो हल निकल ही आता है। उम्मीद है कि ऐसे प्रयास भविष्य में और तेज़ी से हों, ताकि बैंकिंग सिस्टम और मजबूत बने और लोगों को राहत भी मिले।
क्या आप भी एनपीए झंझट में हैं? अगली लोक अदालत में ज़रूर पहुंचिए!
