फिरोज़ाबाद की टूण्डला नगर पालिका परिषद मे अधिशासी अधिकारी और नगर पालिका अध्यक्ष की मनमानी का मामला सामने आया है। शासन की जल निकासी योजना के अंतर्गत नगर पालिकाओं को मुख्य नालो के पुननिर्माण और निर्माण के लिये धनराशि आवंटित की गई है। इसी कार्य मे टूण्डला नगर पालिका परिषद को भी दो करोड़ रूपये नाला निर्माण के लिये मिले है।टूण्डला नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी आशुतोष त्रिपाठी और नगर पालिका अध्यक्ष भवर सिंह ने इस जल निकासी योजना के अंतर्गत मिली धनराशि से होने वाले निर्माण कार्य के लिये किसी भी प्रकार का कोई भी टेंडर नोटिफिकेशन जारी नहीं किया बल्कि नाला निर्माण का कार्य का ठेका अपने प्रिये ठेकेदार को गुप – चुप तरीके से दे दिया।
नाला निर्माण का ऐसे हुआ खुलासा
नाला निर्माण कार्य शुरू होते ही ठेकेदारों और सभासदों मे चर्चाएं शुरू हो गई। जब इस मामले मे अधिशासी अधिकारी से टेंडर प्रक्रिया के विषय मे पूछा गया तो वह किसी भी प्रकार की जानकारी देने मे असमर्थ रहे। शासन की मंशा के अनुरूप टेंडर प्रक्रिया के दौरान निर्माण कार्य की जानकारी मुख्य समाचार पत्रों मे कार्य की जानकारी देते हुए नोटिफिकेशन जारी किया जाता है। इसके बाद ई टेंडेंरिंग के जरिए इच्छुक ठेकेदार अपनी – अपनी फॉर्म से आवेदन करते है। लेकिन टूण्डला नगर पालिका परिषद द्वारा नाला निर्माण को लेकर किसी भी प्रकार की कोई भी सूचना समाचार पत्रों मे प्रकाशित नहीं कराई गई।
इस मामले मे अपर जिलाधिकारी और स्थानीय निकाय के प्रभारी विशु राजा ने मामले को संज्ञान मे लेते हुए टूण्डला नगर पालिका परिषद द्वारा बिना टेंडर के ही नाला निर्माण करने के कार्य पर रोक लगाकर जांच के आदेश दिये थे। इसके बावजूद अधिशासी अधिकारी की शहर से लगातार निर्माण कार्य जारी है। जब इस मामले मे अपर जिलाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अधिशासी अधिकारी से इस मामले मे जवाब तलब किया जायेगा।