रिपोर्ट,दिलीप कुमार
कप्तानगंज ( बस्ती ) – विद्युत उपकेन्द्र कप्तानगंज पर लाइनमैन का चोला ओढ़कर लाइनमैन दलाली करने में मस्त हैं और उपभोक्ताओं को सरकार की मंशा के मुताबिक बिजली नहीं मिल पा रही है । वर्तमान समय में सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में किसानों को खेती की सिचाईं हेतु बिजली फ्री देने के लिए आनलाइन की प्रक्रिया जारी है । किसानों को खेती की सिंचाई हेतु फ्री बिजली का लाभ उठाने के लिए सरकार द्वारा जारी बेबसाइड पर आनलाइन आवेदन करना अनिवार्य है ।
जिन किसानों का आनलाइन आवेदन हो रहा है उन्ही किसानों को खेती की सिंचाई हेतु फ्री बिजली का लाभ मिलेगा और जिन किसानों का आनलाइन आवेदन नही होगा उन किसानों को फ्री बिजली योजना का लाभ नहीं मिलेगा । आनलाइन आवेदन करने के लिए किसानों को पहले बकाया बिजली का बिल जमा करना पड़ रहा है , जब तक बकाया बिजली बिल जमा नहीं होगा तब तक आनलाइन आवेदन नही होगा । जब आनलाइन आवेदन नही होगा तब तक किसानों को खेती की सिंचाई हेतु फ्री बिजली का लाभ नहीं मिलेगा । बकाया बिजली का बिल जमा करते समय बकाया बिजली बिल में कुछ छूट मिल रहा है ।

छूट के नाम पर किसानों को लाइनमैन के पास अवर अभियंता ( जे ई ) द्वारा भेज दिया जाता है और लाइनमैन किसानों को बकाया बिजली बिल में भारी छूट देने के नाम पर धन उगाही कर रहे है । धन उगाही में लाइनमैन दलाल की सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं । बिजली बिल / मीटर रीडिंग सही करने के नाम पर भी बड़ा खेल चल रहा है ।
जे0ई० और दलालों की मिलीभगत से सरकार की मंशा पर फिर रहा पानी
जब लाइनमैन द्वारा मुह मांगा पैसा किसानों द्वारा नही दिया जाता है तो बिजली बिल / मीटर रीडिंग को सही करने में तरह – तरह का नियम जे ई /लाइनमैन द्वारा किसानों को बताया जाता है ताकि किसान / उपभोक्ता परेशान होकर लाइनमैन के झांसे में फंस जाता है और मजबूर होकर किसान / उपभोक्ता को लाइनमैन द्वारा मांगे गए कमीशन को देना पड़ता है । जिम्मेदारों एवं दलालो की मिलीभगत से सरकार की योजनाएं धरातल पर नहीं पहुँच पा रही हैं और सरकार की मंशा को पलीता लग रहा है ।
सूत्रों की माने तो कुछ कर्मचारियों की लम्बे समय से उपकेन्द्र पर तैनाती ही विद्युत उपकेन्द्र कप्तानगंज पर भ्रष्टाचार का कारण बना हुआ है । लाइनमैन द्वारा की जा रही दलाली की जांच कभी भी किसी भी समय किसी अधिकारी द्वारा की जा सकती हैं ।
Author: भूपेन्द्र सिंह कुशवाहा
पेशे से पत्रकार , इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया एवं विभिन्न न्यूज़ पोर्टल का अनुभव, सभी चैनलों का अपना अपना एजेंडा लेकिन मेरी विचारधारा स्वतंत्र पत्रकार की "राष्ट्र हित सर्वप्रथम"



