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प्रकृति है सर्वोत्तम शिक्षक, बागपत में वृक्षारोपण से पर्यावरण संरक्षण का संजीवनी संदेश

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Baghpat

बागपत। देश के सर्वाधिक वायु प्रदूषित शहरों में शामिल बागपत में पर्यावरण संरक्षण को लेकर सजगता का संदेश देते हुए नेहरू इंटर कॉलेज पिलाना में शनिवार को ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत विद्यालय परिसर में 25 पौधे छात्र-छात्राओं की सक्रिय भागीदारी से लगाए गए। प्रधानाचार्य डॉ. सत्यवीर सिंह ने कहा कि प्रकृति ही मानवता की सबसे बड़ी शिक्षक है, जो सरलता, सहनशीलता और संतुलित जीवन जीने की प्रेरणा देती है।

डॉ. सत्यवीर सिंह ने बताया कि आज बागपत सहित पूरे क्षेत्र में वायु प्रदूषण और घटते भूजल स्तर की समस्या गंभीर चिंता का विषय बन गई है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे केवल पौधे लगाकर ही नहीं, उनकी नियमित देखभाल भी करें, ताकि यह प्रयास स्थायी रूप ले सके। उन्होंने बताया कि वृक्षारोपण से न केवल वायु शुद्ध होती है, बल्कि मिट्टी का क्षरण रुकता है और जैव विविधता का संरक्षण भी होता है।

प्रबंधक विवेक त्यागी ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि बागपत जैसे वायु प्रदूषण से प्रभावित क्षेत्रों में हर व्यक्ति का यह दायित्व बनता है कि वह पर्यावरण संरक्षण के लिए कदम बढ़ाए। उन्होंने विशेष रूप से युवा वर्ग से आह्वान किया कि वे पर्यावरण संरक्षण को अपनी जीवनशैली में शामिल करें और इसे समाज में बढ़ावा दें।

कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल वृक्षारोपण के महत्व को उजागर करना बल्कि विद्यार्थियों में नैतिक मूल्य, जिम्मेदारी और समाज सेवा की भावना को भी सशक्त बनाना रहा।

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