Janta Now
बागपत

बागपत में आपदा से बचाव को होगी मॉक एक्सरसाइज, प्रशासन करेगा अपनी क्षमता का परीक्षण

बागपत19 सितंबर 2024 – भारत जैसे आपदा प्रवण देश में, आपदा प्रबंधन की तैयारियों को समय-समय पर परखने के लिए मॉक एक्सरसाइज का आयोजन अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यह अभ्यास न केवल सरकारी तंत्र को उनकी आपदा प्रबंधन क्षमताओं का आकलन करने में मदद करता है, बल्कि जनता को भी जागरूक और सतर्क रहने के लिए प्रेरित करता है। इसी कड़ी में, कल बागपत जिले के विकास भवन परिसर में भूकंप और अग्नि सुरक्षा पर एक मॉक एक्सरसाइज आयोजित की जाएगी। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य जिले की आपदा प्रबंधन क्षमता का परीक्षण करना और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना है।

मॉक एक्सरसाइज क्या होती है?

मॉक एक्सरसाइज एक ऐसा पूर्वाभ्यास है, जो आपदा के दौरान की जाने वाली गतिविधियों और प्रक्रियाओं का अभ्यास करने के लिए किया जाता है। इसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ-साथ आम जनता की भी भागीदारी होती है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यदि कभी आपदा की स्थिति उत्पन्न होती है, तो सभी की भूमिकाएं स्पष्ट हों और वे सही ढंग से कार्रवाई कर सकें। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य यह है कि वास्तविक आपदा के समय सभी संबंधित विभागों और एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय हो और कम से कम जान-माल की हानि हो।

बैठक में तैयारियों की समीक्षा

इस मॉक एक्सरसाइज की तैयारी के लिए आज कलेक्ट्रेट सभागार में एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता अपर जिलाधिकारी (वि/रा) पंकज वर्मा ने की। बैठक में सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया और अपने विभाग की तैयारियों की समीक्षा की। वर्मा ने इस अवसर पर बताया कि बागपत जिले को भूकंप प्रवण क्षेत्रों में सबसे संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। ऐसे में इस प्रकार की मॉक एक्सरसाइज का आयोजन अत्यंत आवश्यक है, ताकि आपदा की स्थिति में प्रशासन की तैयारियों को परखा जा सके।

बागपत की संवेदनशीलता

भारत को भूकंप के खतरों के आधार पर चार जोन में विभाजित किया गया है, जिसमें बागपत जिला जोन चार में आता है, जो अति संवेदनशील क्षेत्र है। भूकंप या किसी अन्य प्राकृतिक आपदा की स्थिति में यहां व्यापक क्षति की संभावना बनी रहती है। इसी कारण से, इस मॉक एक्सरसाइज के माध्यम से यह देखा जाएगा कि आपदा के समय जिले की विभिन्न एजेंसियां कितनी तत्परता से अपनी सेवाएं प्रदान कर सकती हैं और यदि कोई कमी हो तो उसे समय रहते दूर किया जा सके।

लाइफलाइन विभागों की भूमिका

आपदा के समय पुलिस, स्वास्थ्य, अग्निशमन, जल निगम, बिजली, और संचार जैसे विभागों की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। एसडीएम खेकड़ा, ज्योति शर्मा ने बैठक के दौरान प्रेजेंटेशन देते हुए बताया कि जब कोई आपदा आती है, तो सबसे पहले इन विभागों को ही सक्रिय होना होता है। मॉक एक्सरसाइज के दौरान इन विभागों को अपने संसाधनों और तैयारियों का मूल्यांकन करना होगा और यह देखना होगा कि क्या वे आपदा की स्थिति में त्वरित और प्रभावी रूप से सहायता प्रदान करने में सक्षम हैं या नहीं।

उन्होंने सभी विभागों को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन करने पर जोर दिया, ताकि आम जनता को भी आपातकालीन स्थितियों से निपटने के तरीके सिखाए जा सकें।

स्वयंसेवकों की भागीदारी

मॉक एक्सरसाइज के दौरान नेहरू युवा केंद्र, एनसीसी, एनएसएस, और अन्य स्वयंसेवी संगठनों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इन संगठनों के स्वयंसेवक ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी समितियों का हिस्सा बनेंगे और आपदा के समय राहत और बचाव कार्यों में सहायता करेंगे। नेहरू युवा केंद्र बागपत के यूथ लीडर अमन कुमार ने बताया कि सभी स्वयंसेवकों को मॉक एक्सरसाइज के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया जा चुका है। ये स्वयंसेवक आपदा के समय राहत कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और जनता को आपदा से निपटने में सहयोग करेंगे।

मॉक एक्सरसाइज की प्रक्रिया

कल होने वाली मॉक एक्सरसाइज में सबसे पहले पुलिस लाइन स्थित स्टेजिंग साइट पर सभी विभागों की टीमें एकत्र होंगी। यहां से भूकंप की सूचना मिलने पर संबंधित टीमें विकास भवन परिसर की ओर रवाना होंगी, जो मॉक एक्सरसाइज का मुख्य स्थल होगा। इस स्थान पर राहत कार्यों की शुरुआत की जाएगी और विभिन्न विभागों द्वारा अपनी-अपनी भूमिकाओं का आकलन किया जाएगा। अग्निशमन विभाग आग बुझाने के कार्यों को संभालेगा, जबकि स्वास्थ्य विभाग घायलों को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराएगा।

इसके अलावा, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में एक अस्थायी अस्पताल और राहत शिविर भी स्थापित किया जाएगा, जहां घायलों का उपचार किया जाएगा। इस अभ्यास के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आपदा के समय राहत और बचाव कार्यों के दौरान सभी विभागों के बीच तालमेल बना रहे और किसी भी प्रकार की समस्या का त्वरित समाधान किया जा सके।

अधिकारियों की निगरानी

इस मॉक एक्सरसाइज की पूरी प्रक्रिया की निगरानी डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह और एसपी अर्पित विजयवर्गीय करेंगे। वे सभी विभागों की तैयारियों का निरीक्षण करेंगे और यह देखेंगे कि आपदा प्रबंधन के लिए बनाई गई योजनाओं का सही तरीके से पालन हो रहा है या नहीं। उनकी उपस्थिति यह सुनिश्चित करेगी कि यदि किसी भी विभाग में कोई कमी पाई जाती है, तो उसे तुरंत दूर किया जा सके।

मॉक एक्सरसाइज का उद्देश्य

मॉक एक्सरसाइज का मुख्य उद्देश्य जिले के आपदा प्रबंधन तंत्र की क्षमता का परीक्षण करना और इसे और अधिक सुदृढ़ बनाना है। इस प्रकार के अभ्यास यह सुनिश्चित करते हैं कि किसी भी आपदा की स्थिति में जिला प्रशासन और अन्य विभागों के बीच बेहतर समन्वय हो और आपदा के समय कम से कम नुकसान हो। आपदा प्रबंधन में शामिल सभी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे पूरी तरह से प्रशिक्षित और तैयार हैं, ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में तत्काल और प्रभावी सहायता प्रदान की जा सके।

बागपत जिले में आयोजित होने वाली मॉक एक्सरसाइज एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आपदा प्रबंधन तंत्र की तैयारियों को परखने और उसे सुदृढ़ करने में सहायक होगी। इस अभ्यास से जिला प्रशासन और संबंधित विभागों को अपनी क्षमताओं का मूल्यांकन करने का अवसर मिलेगा और यदि कोई कमी होगी, तो उसे समय रहते दूर किया जा सकेगा। इस प्रकार के अभ्यास न केवल सरकारी तंत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि जनता के लिए भी जागरूकता बढ़ाने का एक सशक्त माध्यम हैं, ताकि वे आपदा के समय सही ढंग से प्रतिक्रिया कर सकें।

Related posts

सेंट एंजेल्स स्कूल में धूमधाम के साथ मनाया गया स्वतंत्रता दिवस

jantanow

उड़ान यूथ क्लब ने दिग्विजय महोत्सव का किया शुभारंभ, क्विज एवं लेखन प्रतियोगिता में ऑनलाइन कीजिए प्रतिभाग

Baghpat

धूमधाम के साथ मनाया गया जनपद बागपत में रक्षाबंधन का त्यौहार

jantanow

बागपत : सतेंद्र काठा जिला जाट सभा के युवा अध्यक्ष व अंजू खोखर महिला विंग की अध्यक्ष बनी

jantanow

डा राममनोहर लोहिया को उनकी पुण्यतिथि पर किया गया याद

Baghpat News : बाबा बैद्यनाथ धाम पावला बागपत में देशभर से पहुॅंचे हजारो श्रद्धालुगण

jantanow