रिपोर्ट ,दिलीप कुमार
बस्ती – आम जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की मंशा से कई लाख रुपये खर्च करके गांवों में पानी की टंकियों का निर्माण ग्राम पंचायत स्तर पर कराए गए हैं परन्तु निर्माण के समय ही जिम्मेदारों ने इस योजना को दीमक की तरह इतना चाटा कि योजना अपने मूतरूप में नहीं फलीभूति हो पायी और परिणाम स्वरूप ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है और पानी की टंकियां हाथी दॉत साबित हो रही हैं ।

प्राप्त समाचार के अनुसार ग्रामीण जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की मंशा से ग्राम पंचायतों में पानी की टंकियों का निर्माण कराया गया है । इनके निर्माण में इस कदर कमीशनबाजी का खेल खेला गया कि लाखों खर्चने के बाद भी इन टंकियों का पानी गांवों जनता तक नहीं पहुॅच पाया ।
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Toggleकमीशनबाजी के बाद बेकार पड़ी टंकियों का कोई नहीं खेवनहार
योजना में कमीशनबाजी का आलम इस कदर रहा कि निर्माण के बाद अल्प समय में ही कहीं मोटर जले तो कहीं पानी की सप्लाई का पाइप ही फट गया । दुर्दशा की शिकार पानी की इन टंकियों की शुधि लेने वाला कोई नहीं है । सूत्रों की माने तो ग्रामीणों में इस बात की चर्चा बनी हुई है कि साहब लोगों को कमीशन से मतलब था जो उन्हें मिल गया और कौन पूँछने वाला है ।

Author: भूपेन्द्र सिंह कुशवाहा
पेशे से पत्रकार , इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया एवं विभिन्न न्यूज़ पोर्टल का अनुभव, सभी चैनलों का अपना अपना एजेंडा लेकिन मेरी विचारधारा स्वतंत्र पत्रकार की "राष्ट्र हित सर्वप्रथम"