विशेष संवाददाता अमन कुमार की रिपोर्ट..
अगर आप भी थिएटर प्रेमी हैं, दिल से कला को जीते हैं और श्रीकृष्ण की अद्भुत जीवन यात्रा को एक नए नजरिए से देखना चाहते हैं, तो बस फिर तैयार हो जाइए। दिल्ली के श्रीराम सेंटर में 11 मई 2025 को शाम 6 बजे एक धमाकेदार, दिल छू लेने वाला नाटक होने जा रहा है – “समंतक तीर्थ”।
ये नाटक साधारण नहीं, बल्कि अद्भुत है। डिज़ाइन और निर्देशन की कमान संभाली है हमारी बेहद सम्मानित और अनुभवी काजल सूरी मैम ने। हाँ जी, वही काजल सूरी जिनकी कलात्मक सोच और शानदार निर्देशन थिएटर की दुनिया में नया जादू रचती है। अगर आपने उनका पहले कोई प्ले देखा है, तो आप जानते हैं कि काजल मैम की क्रिएटिविटी मतलब दिल छू लेने वाला अनुभव। और अगर नहीं देखा… तो भाईसाहब, अबकी बार मौका बिल्कुल मत चूकिए!
“समंतक तीर्थ” आपको श्रीकृष्ण के जीवन की उन झलकियों तक ले जाएगा जिन्हें हम शायद सिर्फ किताबों में पढ़ते हैं, लेकिन अब मंच पर जीवंत रूप में देख सकेंगे। महाभारत के युद्ध के 18 साल बाद जब कृष्ण से जुड़े लोग समंतक तीर्थ पर इकट्ठा होते हैं, तो वहां क्या-क्या बातें होती हैं? कैसे-कैसे विचार और भावनाएं जन्म लेती हैं? वही सब, अद्भुत अंदाज़ में इस नाटक में दिखाया जाएगा।
लिखा है इसे डॉ. माधुरी सुबोध ने, और स्टेज पर जान डालेंगे एक से बढ़कर एक कलाकार:
- Vaibhav Pal कृष्ण के रूप में
- Sparsh Roy उद्धव बनकर
- Neeraj Tiwari – सुधामा और संगीत में भी चार चाँद लगाने वाले
- Shubham Sharma, Apurv Gupta, Dharam Gupta, Harshit Singhal, Bhupesh Kumar, Vinayak Dewedhi, Jagdish, Jaskiran Chopra, Geeta Sethi, Sujata Jain, Adita Chaudhary, Varsha Panthi, Tanisha Gandhi, Rashi Sethi, Gungun Thakur, Asha Khanna, Annu Sharma और कई और शानदार चेहरे इस प्ले को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले हैं।
और हाँ, मेकअप की कमान संभाल रहे हैं M. Rashid साहब, जिनकी कलाकारी भी कमाल की है।
जानकारी फटाफट:
- दिन: रविवार, 11 मई 2025
- समय: शाम 6:00 बजे
- स्थान: श्रीराम सेंटर, दिल्ली
- समयावधि: 1 घंटा 30 मिनट
- भाषा: हिंदी
- शैली: ड्रामा
यहां बुक करे अपना टिकट:
- Book My Show पर टिकट बुक करने के लिए यहां क्लिक करे।
तो अब क्या करें?
बस जल्दी से टिकट कटाइए, दोस्तों और परिवार को साथ लाइए और तैयार हो जाइए एक ऐसी थिएटर यात्रा पर जाने के लिए जो दिल-दिमाग दोनों को झकझोर देगी। काजल सूरी मैम के निर्देशन में ‘समंतक तीर्थ’ न केवल आपको पुराणों से जोड़ेगा बल्कि आज के समय में उनके सन्देश को भी आपके भीतर उतारेगा।
याद रखिए:
कभी-कभी ज़िन्दगी में एक नाटक भी आपकी सोच बदल सकता है। ‘समंतक तीर्थ’ वही मौका है।
टिकट न कटाई तो बाद में फिर पछताओगे भैया!
