निवाड़ा, बागपत: जब देश में अम्बेडकर जयंती पर फूल चढ़ाने की रस्म अदायगी हो रही थी, तब बागपत के छोटे से गांव निवाड़ा में कुछ युवा नागरिक कर्तव्यों (Citizen Duties) को असल में जी रहे थे।
युवक मंगल दल निवाड़ा, जो युवा कल्याण विभाग से जुड़ा है, उसने बाबा साहब की जयंती पर ऐसा कार्यक्रम किया जो सीधा दिल को छू गया। इसमें सिर्फ भाषण नहीं हुए, साफ-सफाई, समाज सेवा, सम्मान और संकल्प सब कुछ शामिल था। यानी एकदम कम्प्लीट पैकेज।
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Toggleमुख्य अतिथि बने CDO साहब, बोले—”युवाओं ने दिखाया असली संविधान”
कार्यक्रम की शुरुआत हुई मुख्य विकास अधिकारी बागपत नीरज श्रीवास्तव के स्वागत से। फिर उन्होंने माइक संभाला और कहा, “आज जब लोग सिर्फ अधिकारों की बात करते हैं, निवाड़ा के युवा कर्तव्यों की मिसाल पेश कर रहे हैं।” उन्होंने डॉ. अंबेडकर के विचारों को आज के समाज में बेहद ज़रूरी बताया और युवाओं के एक महीने चले सफाई अभियान को सलाम ठोका।
1 महीना, 1 गाँव, 1 मिशन: स्वच्छ निवाड़ा
अब यहां दिल थाम के सुनिए। निवाड़ा गांव के युवाओं ने एक महीने तक लगातार सफाई अभियान चलाया। कोई छुट्टी नहीं, कोई शोर-शराबा नहीं। बस झाड़ू, जोश और जनसेवा का जज्बा और इस काम के लिए कार्यक्रम में उन्हें ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। ये इनाम नहीं था, ये देशभक्ति की मोहर थी।
बाबा साहब के विचार + जमीनी मेहनत = असली श्रद्धांजलि
कार्यक्रम समन्वयक एडवोकेट प्रवीण कुमार कर्ण और एडवोकेट जोगेंद्र ने बताया कि “हम चाहते हैं कि बाबा साहब सिर्फ किताबों में ना रहें, वो हर युवा की सोच और काम में दिखें।” उनका मकसद था—जन-जन तक विचार पहुंचाना, और युवाओं को कर्तव्य और समाज सेवा के रास्ते पर चलाना।
बड़े मंच पर बोले बड़े लोग, युवाओं को मिला भरपूर प्रोत्साहन
चेयरमैन राजुदीन एडवोकेट, जिला विकास अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, उप जिला पंचायती राज अधिकारी और शिक्षाविद विक्रांत भी कार्यक्रम में पहुंचे और कहा, “निवाड़ा जैसे गांवों से निकल रहा बदलाव ही असली भारत की उम्मीद है।”
इनाम उल हसन एंड टीम: ये हैं वो लोग, जो शांति से क्रांति ला रहे हैं
युवक मंगल दल अध्यक्ष इनाम उल हसन और उनकी टीम ने बिना किसी शोर-शराबे के, काम से सबका दिल जीत लिया।
CDO साहब ने कहा—“इन युवाओं ने संविधान का प्रैक्टिकल कर दिखाया है।”
युवाओं ने लिया संकल्प—”अब हम सिर्फ तमाशबीन नहीं, बदलाव के किरदार बनेंगे”
कार्यक्रम में मौजूद युवाओं ने बाबा साहब के आदर्शों को अपनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि “अब हम सिर्फ अधिकार नहीं मांगेंगे, जिम्मेदार नागरिक बनकर देश को बेहतर बनाएंगे।”
ये रहे निवाड़ा के रीयल हीरोज, जो ट्विटर ट्रेंड नहीं लेकिन बदलाव ट्रिगर कर रहे हैं:
संजीव कुमार, चौधरी ताहिर अब्बास, शामी चौहान, एडवोकेट गजेंद्र, अफरीदी, आसिफ, मोनू कुमार, राकिब, देव कुमार, सुल्तान, साहिल अंसारी, शादाब, जावेद, सारिक, हैदर, चांद ठाकुर, वकार ठाकुर, जावेद चौधरी, आहिल, पंकज, रिहान, शाहरुख, खुशी मोहम्मद, पप्पन और बहुत से अन्य योद्धा मौजूद रहे।
तो भाइयों और बहनों, अगली बार जब कोई कहे ‘आजकल का युवा बस मोबाइल में घुसा रहता है?’
तो उसे निवाड़ा भेज दो। यहां युवा सिर्फ इंस्टाग्राम नहीं चला रहा, वो संविधान को ज़मीन पर उतार रहा है।
और हां, इनका इंस्टाग्राम भी नए भारत की स्पीड से दौड़ रहा है क्योंकि उनके सफाई अभियान वाली रील को 10 लाख यानी एक मिलियन से अधिक लोग देख चुके है।

Author: Baghpat
