झांसी के अर्शप्रीत सिंह, बागपत के अमन कुमार, गोरखपुर की अर्पिता सिंह जैसे 10 युवा शक्तियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मानित करेंगे। अपनी कला प्रतिभा के बल पर 15 वर्षीय अर्शप्रीत सिंह ने अंतरराष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित किए, वहीं बागपत के अमन कुमार ने तकनीकी से सामाजिक बदलाव का मॉडल अपनाया और लाखों लोगों को लाभान्वित किया।
लखनऊ“मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है”। कविवर रामधारी सिंह दिनकर ने जब यह पंक्तियां लिखी थीं, तो शायद ही उन्हें यह अहसास रहा होगा कि भविष्य में यह पंक्तियां कई लोगों के जीवन में साहस भरेंगी। स्वामी विवेकानंद ने जब “उत्तिष्ठ, जाग्रत, प्राप्यवरान्निबोधत” कहा था, तो वह इसका तात्कालिक प्रभाव देख रहे थे। लेकिन, इन दोनों पंक्तियों को प्रेरणा मानकर युवा शक्ति ने इसे जीवन का मंत्र बना लिया है।
झांसी के अर्शप्रीत सिंह, बागपत के अमन कुमार, गोरखपुर की अर्पिता सिंह, चंदौली के अजीत कुमार सोनी, प्रतापगढ़ के सुंदरम तिवारी आदि ऐसे ही युवा हैं, जिन्होंने इन महान विभूतियों को अपनी प्रेरणा माना। इसी मंत्र को मन में जपते हुए पर्यावरणविद् सुंदरम तिवारी ने देश के सभी गांवों को साइकिल से नाप डाला, जबकि अजीत सोनी ने स्वैच्छिक रक्तदान के लिए समाज में सकारात्मक चेतना का विस्तार किया।
स्वामी विवेकानंद के उद्बोधन के साथ इन युवाओं का जिक्र इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि आगामी 12 जनवरी को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन्हें विवेकानंद यूथ अवार्ड से सम्मानित करेंगे। यह आयोजन 12 जनवरी 2024 को लखनऊ में आयोजित किया जाएगा। युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल विभाग ने इनका चयन किया है और उन्हें इसकी सूचना दे दी गई है। आइए, इन युवाओं के सराहनीय कार्यों पर एक नजर डालते हैं:
लखनऊ में सम्मानित होंगे झांसी के अर्शप्रीत
कहते हैं कि हुनर की कोई उम्र नहीं होती, और कई बार छोटे बच्चे भी बड़ा कमाल कर देते हैं। ऐसा ही एक कमाल किया है झांसी के 15 वर्षीय अर्शप्रीत ने। इस बच्चे ने अपनी ड्रॉइंग क्रिएटिविटी के दम पर अपना नाम रोशन किया है। अर्शप्रीत ने सबसे कम समय में A3 शीट पर 70 भारतीय क्रिकेटरों के स्केच बनाकर 3 रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। इसके साथ ही, उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो चुका है। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने ड्रॉइंग करना शुरू किया और पहली ड्रॉइंग शहीद भगत सिंह की बनाई। उनकी ड्रॉइंग झांसी के राजकीय संग्रहालय में आयोजित प्रदर्शनी में भी सराही गई।
बागपत के अमन ने लाखों को लाभान्वित किया
22 वर्षीय अमन कुमार, बागपत के ट्योढी गांव के निवासी और उड़ान यूथ क्लब के अध्यक्ष हैं। उन्होंने 2022 में कांवड़ यात्रा एप, नगर निकाय निर्वाचन एप, और स्वीप बागपत एप के जरिए लाखों लोगों को लाभान्वित किया। उनके प्रयासों ने तकनीकी का उपयोग करके सामाजिक बदलाव की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इसके अतिरिक्त, अमन कुमार ने अपने प्रोजेक्ट कॉन्टेस्ट 360 के जरिए 8.1 मिलियन से अधिक युवाओं को शैक्षिक कार्यक्रमों से जोड़ा। अमन कुमार को 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष युवा अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।
अजीत सोनी और सुंदरम तिवारी भी शामिल
चंदौली के अजीत कुमार सोनी पिछले कई सालों से गरीब बच्चों को शिक्षा सामग्री वितरित करने और रक्तदान के अभियानों का संचालन कर रहे हैं। वहीं प्रतापगढ़ के सुंदरम तिवारी ने नदियों को बचाने और पर्यावरण संरक्षण हेतु विशेष अभियान चलाए। युवाओं के इन कार्यों को देखते हुए उन्हें विवेकानंद यूथ अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश सरकार ने अन्य प्रेरणादायक युवाओं का भी चयन किया है, जिनमें गोरखपुर की अर्पिता सिंह, बरेली के सत्यदेव आर्य, गाजीपुर के सिद्धार्थ राय, गोरखपुर की स्वेच्छा श्रीवास्तव, उन्नाव के अक्षय शुक्ला और बुलंदशहर के आर्यन गौड़ शामिल हैं।