विशेष संवाददाता। यूएनआई ग्लोबल इंटेलेक्चुअल फाउंडेशन (यूनिजिफ) द्वारा महर्षि यूनिवर्सिटी के सहयोग से ग्लोबल लीडर्स कांफ्रेंस और डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षाविद सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देश के विभिन्न प्रांतों से शिक्षाविद, 17 सितंबर को नोएडा की महर्षि यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद डॉ कृत पी सोलंकी, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, किंगडम ऑफ लेसोथो के हाई कमीशन की फर्स्ट सेक्रेटरी बोहलोइकी तिहाकू मोरोजेल, दादरी के नगर एमएलए तेज पाल सिंह, उत्तराखंड के पूर्व मेयर गौतम शाह, मिनिस्टर ऑफ फाइनेंस एंड स्किल गवर्नमेंट ऑफ आंध्र प्रदेश के ओएसडी डॉ कार्तिकेय आनंद, सुदीक्षा ग्रुप ऑफ कंपनी के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ सुब्रमण्यम शर्मा, सीडीएसई नोएडा रीजनल डायरेक्टर के ओएसडी रवि कुमार और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के सेक्रेटरी एडवोकेट रोहित पांडे शिरकत करेंगे।
वहीं सम्मानित अतिथि के रूप में विभिन्न विश्वविद्यालयों से चांसलर व वाइस चांसलर, विभिन्न शैक्षिक संस्थानों से जुड़े शिक्षाविद, महत्वपूर्ण सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और शैक्षिक नवाचार से जुड़ी कंपनियों के अधिकारी शामिल होंगे जिसमें मेवाड़ यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ अशोक गड़िया, शोभित यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर रंजीत सिंह, ग्लोकल यूनिवर्सिटी के प्रो वाइस चांसलर डॉ पंकज कुमार मिश्रा, पृथ्वी अभ्युदय एसोसिएशन इंडिया के फाउंडर चेयरमैन डॉ हर्षवर्धन सिंह आदि जुड़ेंगे।
यूनिजिफ की फाउंडर डॉ रचना भीमराजका ने बताया कि कार्यक्रम में 80 से अधिक विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी जानी मानी हस्तियां शामिल होकर कार्यक्रम की भव्यता बढ़ाएगी जिसके लिए आवश्यक तैयारियां की जा चुकी है। कार्यक्रम में देश के विभिन्न प्रांतों से 200 से अधिक शिक्षाविद शामिल होंगे जो शिक्षा में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किए जायेंगे। साथ ही कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति और महान शिक्षाविद डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के परिवार से उनके पोते भी शामिल होंगे जिसके लिए शिक्षाविद बेहद उत्साहित है।
हमारे सूत्रों के मुताबिक यह दिल्ली एनसीआर के सबसे भव्य कार्यक्रमों में से एक होने वाला है जिसमें कश्मीर से कन्याकुमारी और गुजरात से अरुणाचल तक के शिक्षाविद, यूनिजिफ के प्रयासों से एक मंच पर इकट्ठा होकर शिक्षा क्रांति की आवाज को बुलंद करेंगे तथा ग्लोबल लीडर्स कांफ्रेंस में 21वीं सदी के कौशल, उद्यमिता व शिक्षा के विषयों पर चर्चा करेंगे और प्रधानमंत्री के विजन – कौशल से कुशल भारत को गति प्रदान करने के लिए निस्कर्ष पर पहुंचेंगे। विशेष बात यह है कि पूरे कार्यक्रम की कवरेज को प्रधानमंत्री कार्यालय भेजा जाएगा जो सभी शिक्षाविदों और कार्यक्रम के आयोजकों के लिए गौरव का विषय है।