बागपत, उत्तर प्रदेश। विवेक जैन।
अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वाधान में कस्बा अग्रवाल मंडी टटीरी में भगवान विश्वकर्मा की जयंती इंद्रपाल विश्वकर्मा की टाल पर धूमधाम के साथ मनाई गई। भगवान विश्वकर्मा की महिमा का गुणगान कर हवन व भंडारे का आयोजन किया गया। इस दौरान भगवान विश्वकर्मा की शोभायात्रा निकाली गई, इसमें भारत माता, श्री राधा कृष्णा, जियो और जीने दो आदि अनेक झांकियां देखने को मिली। झांकियो को देखकर सभी में उत्साह भरा हुआ था।
समाजसेवी सत्यपाल विश्वकर्मा ने बताया कि हिंदू पौराणिक कथाओं में भगवान विश्वकर्मा को ब्रह्मांड का दिव्य वास्तुकार माना जाता है। उन्होंने भगवान शिव के त्रिशूल, भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र ,सोने की लंका, पुष्पक विमान, भगवान इंद्र का वज्र, द्वारका नगरी का निर्माण, भगवान श्री कृष्ण के राज्य और पांडवों के लिए माया सभा सहित अनेकों दिव्य हथियारों का निर्माण किया। महाभारत काल में पांडवों के लिए इंद्रप्रस्थ नगरी, सुदामा के लिए सुदामापुरी, कुबेरपुरी आदि का निर्माण किया। अनेक जातियों के मूर्तिकार, लोहे का काम करने वाले, शिल्पकार, वेल्डर, मैकेनिक, कारखाना श्रमिक, बड़े-बड़े इंजीनियर वास्तुकार आदि भगवान विश्वकर्मा की इस दिन पूजा अर्चना कर उनका आशीर्वाद लेते हैं। इस मौके पर संदीप विश्वकर्मा, सत्यपाल विश्वकर्मा, राजकुमार विश्वकर्मा, सुभाष विश्वकर्मा, सोनू विश्वकर्मा, महेश चंद्र विश्वकर्मा, मोनू विश्वकर्मा, मास्टर जितेंद्र कुमार विश्वकर्मा, मनोज कुमार विश्वकर्मा, पिंटू कुमार विश्वकर्मा, पदम सिंह पांचाल, योगेश कुमार, संजय कुमार, बिजेंद्र पांचाल, संजय पांचाल, प्रवीण विश्वकर्मा, डॉ राधेश्याम, प्रदीप विश्वकर्मा, रोशन लाल विश्वकर्मा, सुनील विश्वकर्मा, सतीश विश्वकर्मा आदि अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।