दिनांक 29 मई 2024 | डिजिटल टीम
डिजिटल स्पेस को सुरक्षित बनाने और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोगकर्ताओं को एआई के प्रभावों एवं दुष्प्रभावों पर जागरूक करने के उद्देश्य से यूनेस्को द्वारा एमआईएल यूथ डिबेट सीरीज का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में 29-31 मई तक प्रतिदिन एक विषय पर युवा चर्चा करेंगे जिसका केंद्र होगा – युवाओं को जनरेटिव एआई के उपयोग के दौरान उत्पन्न होने वाले जोखिमों को पहचानने और समझने में मीडिया और सूचना साक्षरता का योगदान।
यूनेस्को के इस विशेष कार्यक्रम हेतु बड़ी संख्या में युवाओं ने आवेदन किया जिसमें देश के तीन युवाओं का चयन हुआ। चयनित युवाओं में बागपत के अमन कुमार, कानपुर नगर के हिमांशु पांडेय और दिल्ली से चहक यादव शामिल है। अमन कुमार, प्रोजेक्ट कॉन्टेस्ट 360 के फाउंडर है और वर्तमान में यूनेस्को ग्लोबल यूथ कम्युनिटी के सदस्य है और शैक्षिक नवाचार को बढ़ावा दे रहे हंड्रेड संस्थान के एडवाइजर है। हिमांशु पांडेय, डिग्निटी इन डिफरेंस प्रोजेक्ट के फाउंडर है और आईआईटी कानपुर से डिजाइन रिसर्च में पीएचडी धारक है। वहीं चहक यादव, एजुकेटिंग बड्डी नाम से प्रोजेक्ट चलाकर समाज कार्य में जुटी है।