बस्ती : अध्यक्ष राजस्व परिषद हेमन्त राव ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर संयुक्त कार्यालय, अभिलेखागार, भूलेख अनुभाग तथा आपदा प्रबंधन कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया है कि आवेदन प्राप्ति तथा कार्रवाई हेतु संबंधित कार्यालय को भेजे जाने की तिथि भी रजिस्टर में अंकित की जाए। मुख्यमंत्री दुर्घटना कृषक बीमा योजना के दावो के निस्तारण में समय सीमा का ध्यान रखा जाए। प्राप्त प्रकरण में निर्णय लेने के लिए प्रत्येक माह की 20 तारीख को बैठक अवश्य करायी जाए।
उन्होंने संयुक्त कार्यालय में न्याय सहायक से राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के संबंध में जानकारी लिया। उन्होंने राजस्व सहायक से अधिकारियों के सर्विस बुक, जीपीएफ पासबुक, वार्षिक कैरेक्टर रोल के बारे में जानकारी लेते हुए उसे अपडेट करने का निर्देश दिया है। शस्त्र पटल पर उन्होंने नवीनीकरण आवेदन पत्र प्राप्त करने, उसे जांच के लिए संबंधित थाने को भेजना तथा रिपोर्ट प्राप्त होने पर रजिस्टर में दर्ज करने का भी निर्देश दिया है।
उन्होंने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी को सभी रजिस्टर में गोसवारा बनाने के लिए निर्देशित किया। संयुक्त कार्यालय में उन्होंने मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष, चरित्र प्रमाण पत्र जारी करने तथा विविध पत्रावलियों का निरीक्षण किया। अभिलेखागार पहुंचकर उन्होंने नकल के लिए 16 फरवरी को प्राप्त आवेदन पत्र की जानकारी हासिल किया। उन्हें बताया गया कि कुल 124 आवेदन पत्र प्राप्त हुए, जिसमें से 88 का नकल उसी दिन जारी कर दिया गया।
भूलेख अधिष्ठान का निरीक्षण करते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि सभी प्रपत्रों को कंप्यूटराइज किया जाए तथा सॉफ्ट कॉपी में भी उसे सुरक्षित रखा जाए। मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना के पत्रावली देखते हुए उन्होंने पाया कि 230 में से 162 प्रकरणों में भुगतान कर दिया गया है। उन्होंने निर्देश दिया की रजिस्टर में भुगतान की तिथि के भी डेट लिखी जाए।
आपदा प्रबंधन अनुभाग का निरीक्षण करते हुए उन्होंने कंबल खरीद तथा प्राकृतिक आपदा में दी गई आर्थिक सहायता की जानकारी लिया। उन्हें बताया गया कि जैम पोर्टल से 8790 कंबल खरीद कर वितरित किए गए हैं। निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त अखिलेश सिंह, जिलाधिकारी अंद्रा वामसी, एडीएम कमलेश चन्द्र, सीआरओ संजीव ओझा, ज्वाइंट मजिस्टेªट शाहिद अहमद, उप जिलाधिकारी गुलाब चन्द्र, विनोद पाण्डेय, शत्रुहन पाठक तथा पटल सहायक उपस्थित रहें।
इसके पहले मा. अध्यक्ष राजस्व परिषद ने जनपद के हर्रैया तहसील का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान खतौनी, रिकार्ड रूम, मुकदमो का परवाना, अमलदरामद आदेश जारी होने में कितना समय लगा, भू-लेख/मुआयना कक्ष अभिलेखागार, रजिस्ट्रार कानूनगो भू-लेख अभिलेखागार, परगना रजिस्टर आदि का निरीक्षण किया।
उन्होने कहा कि बोर्ड की मंशानुरूप राजस्व वाद व राजस्व कार्य में गति लायी जाय। उन्होने कहा कि सक्शेसन, बैनामा, पैमाईश, बटवारा के कार्यो को समयान्तर्गत पूर्ण किया जाय। उन्होने कहा कि 15 रूपये में खतौनी मिल जाती है और अब सब आनलाईन कर दिया गया है। उन्होने राजस्व बोर्ड की मंशा के अनुसार संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि खतौनी देने में शिथिल रवैया ना अपनायें।
उन्होने कहा कि बोर्ड की मंशानुरूप आनलाईन खतौनी जैसी भी है, उसी रूप में सबको नजर आये। हर्रैया तहसील के कुछ गॉव की खतौनी अभी आनलाईन नही हो पायी है, इस पर उन्होने कहा कि इसके लिए निर्देश दिया गया है कि छूटे हुए गॉव की भी आनलाईन प्रक्रिया पूर्ण करें। खतौनी काउण्टर के निरीक्षण के दौरान उन्होने निर्देश दिया कि काउण्टर संख्या 1 एवं 2 की खिड़कियों को सही कराये तथा बाहर कच्ची जमीन को फर्श करायें।
उन्होने रिकार्ड रूम में नकल का मुआयना करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि नकल देने में शिथिलता क्षम्य नही होगी तथा वादकारी को समय से नकल देना सुनिश्चित करें। उन्होने निर्देश दिया है मुकदमों में अमलदरामद व परवाना आदेश देने में, आदेश जारी होने में तथा खतौनी में अंकित होने में विलम्ब ना हो। निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त अखिलेश सिंह, जिलाधिकारी अंद्रा वामसी, एएसपी ओम प्रकाश सिंह, उप जिलाधिकारी विनोद पाण्डेय, तहसीलदार अनुराग सिंह, सहित संबंधित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहें।