रिपोर्ट: दिलीप कुमार
बस्ती : स्थानांतरण नीति के अनुसार जिले में प्रत्येक विकासखण्डों में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी / ग्राम विकास अधिकारी का स्थानांतरण दिनांक – 07-02-2024 को हुआ था ।
आप को बताते चलें कि शासनादेश के अनुसार प्रत्येक विकासखंडों में तैनात 03 वर्षों / तैनात सचिवों के संख्या के अनुपात के आधार पर जिलाधिकारी आंद्रा वामसी के निर्देश पर दिनांक – 07-02-2024 को पूरे जिले के विकासखण्डों में तैनात सचिवों का स्थानांतरण किया गया था । जिसमें कितने ग्राम विकास अधिकारियों एवं कितने ग्राम पंचायत अधिकारियों का स्थानांतरण हुआ है किसी अधिकारी / कर्मचारी को पता ही नहीं है यहा तक की मीडिया को भनक भी नहीं लगी है ।
आप जानते हैं कि जिले में सैकड़ों से ऊपर मीडियाकर्मी है । पहली बार ऐसा ग्राम पंचायत सचिवों का स्थानांतरण हुआ है जो एक सप्ताह बीतने के बाद भी सूची को गोपनीय रखा गया है । सचिवों का स्थानांतरण सूची गोपनीय रखना अधिकारियों पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है । सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकारियों के चहेते सचिवों का स्थानांतरण निर्धारित समय सीमा पूर्ण होने के बाद भी नहीं हुआ है ।
निर्धारित समय सीमा पूर्ण होने के बाद सचिव विकासखण्डों में तैनात रहकर मलाई काट रहे है एवं ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार को बढ़ाने में सहयोगी बने हुए हैं इससे स्पष्ट है कि अधिकारियों को डर है कि यदि सचिवों के स्थानांतरण सूची सार्वजनिक कर दी गई तो अधिकारियों के काले कारनामों का खुलासा हो जायेगा इसीलिए सचिवों के स्थानांतरण की सूची गोपनीय रखा गया है । सचिवों के स्थानांतरण सूची को गोपनीय रखने की चर्चा जिले में तेज हो गई है । अब देखना है कि स्थानांतरण नीति का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन करने वाले सचिवों का स्थानांतरण हो पाता है या मनचाहा सुविधा शुल्क लेकर मामले को रफा – दफा कर दिया जायेगा ।