आगरा के थाना सिकंदरा पुलिस ने एक ऐसे दंपत्ति को गिरफ्तार किया है, जों दस साल से फरार थे और उन पर 25-25 हजार रूपये का इनाम घोषित था। ये दोनों 10 साल से पुलिस की पकड़ से दूर थे।
इस दंपत्ति ने वर्ष 2015 मे सिकंदरा क्षेत्र के गैलाना रोड पर बीपी इंस्टीयूट ऑफ टूरिज़्म एंड होटल मैनेजमेंट इंस्टीयूट नाम से चलाते थे। इसमें पढ़ने वाले छात्रों को विदेशो मे नौकरी का झांसा देकर उनसे मोरी रकम वसूलते, इसके अलावा एक बैंक से साठ-गांठ कर स्टूडेंट्स के नाम पर लोन भी लेते थे।उस इंस्टीयूट मे 40 से 50 बच्चो ने एडमिशन लिया था। दोनों पति-पत्नी ने इंस्टीयूट को मेरठ विश्व विद्यालय से मान्यता प्राप्त बताया था। लेकिन बाद मे यह फर्ज़ी निकला। इस पर दोनों दंपत्ति के खिलाफ आठ से अधिक मुक़दमे दर्ज कराए गए।
दोनों अभियुक्त विवेक रमन और उसकी पत्नी स्वप्नना रमन छत्ता क्षेत्र गधापाडा के रहने वाले थे। पति-पत्नी इंस्टीयूट को बंद कर फरार हो गए। लेकिन इनकी एक गलती ने पुलिस को इन तक पहुंचकर गिरफ्तार कर लिया।
थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक नीरज शर्मा जी ने बताया कि आरोपी दंपति इंस्टीयूट संचालक के बेटे ने पूर्व मे एक फेसबुक आईडी बनाई थी, जिस पर उसकी प्रोफाइल थी। पुलिस ने इस प्रोफाइल के जरिए दिल्ली मे रहने वाले लोगों से संपर्क किया तो पता चला विवेक रमन और उसका परिवार हरिद्वार मे रह रहा है। इस पर पुलिस ने दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार किया।