रिपोर्ट,दिलीप कुमार
कप्तानगंज (बस्ती ) – बहुचर्चित खंड विकास अधिकारी संदीप कुमार सिंह जिले के ऐसे पहले खंड विकास अधिकारी हैं जिनको लगातार तीन दिनों से ग्राम पंचायत सड़वलिया में दो साइडों पर चल रहे आनलाइन मनरेगा फर्जीवाड़ा की सूचना दी गई थी लेकिन खंड विकास अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने मनरेगा फर्जीवाड़ा की जांच का आश्वासन देकर मनरेगा फर्जीवाड़ा की जांच के बजाएं फर्जी मनरेगा कार्य को पूरा करने में सहयोग किया । खंड विकास अधिकारी के सहायक से ऑनलाइन चल रहे दो साइडों के मस्टर में से एक साइड का मस्टर रोल पूर्ण हो गया है और दूसरा मस्टर रोल भी पूरा होने वाला है ।
वर्तमान में जिस साइड का आनलाइन मस्टर रोल चल रहा है उस साइड का ग्राम प्रधान मनोज कुमार त्रिपाठी, रोजगार सेवक अनीता देवी और तकनीकी सहायक राज नारायन चौधरी के अलावा ग्राम पंचायत के किसी भी सदस्य को पता नहीं है । आप सोच सकते हैं कि उस साइड पर क्या कार्य हो रहा होगा और वह साइड की क्या स्थिति होगी ?
सूत्रों की माने तो रोजगार सेवक अनीता देवी मनरेगा भ्रष्टाचार को बढ़ाने में सफल हो रही हैं और रोजगार सेवक ग्राम पंचायत सड़वलिया में बड़े-बड़े मनरेगा घोटाले को अंजाम दे चुकी है । मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाकर ग्राम प्रधान मनोज कुमार त्रिपाठी से मोटी रकम ऐंठ लेती है । दूसरी तरफ तकनीकी सहायक राज नारायन चौधरी भी कप्तानगंज ब्लाक में फर्जी फर्जी बी करने के लिए प्रसिद्ध है और ग्राम पंचायत सड़वलिया में पानी से भरे मिनउवा तालाब की फर्जी एमबी करने की तैयारी में जुटे हैं । एक तरफ जहां प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश का ढिंढोरा पीटती है वही दूसरी तरफ खंड विकास अधिकारी संदीप कुमार सिंह ग्राम पंचायत सड़वलिया में भ्रष्टाचार की गंगा बहाने में सहयोगी बने हुए हैं जिसको लेकर जिले में तरह-तरह की चर्चा चल रही है ।
अब देखना है कि तकनीकी सहायक राज नारायन चौधरी द्वारा पानी से भरे मिनउवा तालाब की फर्जी एम बी करके सरकारी धन का बंदरबांट करने में सफल होते हैं या उच्च अधिकारियों द्वारा पानी से भरे मिनउवा तालाब की फर्जी आनलाइन पूर्ण मस्टर रोल को जीरो किया जाता है । इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी जयदेव सीएस ने कहा कि मामला गंभीर है जांच करवा कर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।