ब्यूरो रिपोर्ट: जालौन
जालौन: प्राप्त जानकारी के मुताबिक जालौन जिले के ग्राम पंचायत लाहचूरा में सरकारी धन की जमकर लूट मची है । जैसे कि मनरेगा योजना , चक रोड ,नमामि गंगे योजना , गौशाला प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पहले से बहु मंजिला भवन वाले अपने चहेते अपात्र लोगों को आवास आवंटित किए गए है । इसी प्रकार अन्य योजना में जमकर लूट की जानकारी होने पर आरटीआई कार्यकर्ता रामनरेश ओझा ने सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के माध्यम से अनिल वर्मा के कार्यकाल का विस्तृत जानकारी मांगी थी ।
ग्राम प्रधान को नहीं है प्रशासन का खौफ
आरटीआई करने के कारण ग्राम प्रधान अनिल कुमार वर्मा बहुत बुरी तरह बौखला गया । पहले उसने आरटीआई कार्यकर्ता के ऊपर आरटीआई वापस लेने का दबाव बनाया लेकिन आरटीआई कार्यकर्ता ने आरटीआई वापस नहीं ली। इसके बाद ग्राम प्रधान एवं उसके गुर्गों ने के द्वारा प्रति माह 15 से ₹20000 देने का प्रलोभन भी दिया गया । इस पर भी बात नहीं बनी तो आज ग्राम प्रधान अनिल कुमार वर्मा और उसके गुर्गों ने फोन पर आरटीआई कार्य करता को धमकी दी और काफी बुरा भला कहते हुए गंदी-गंदी गालियां दी है और कहा कि दम है तो गांव में आकर दिखाओ हम आपको देख लेंगे ।
आपको बताते चले की इस मामले ने यहां से तूल पकड़ा है। लहचूरा ग्राम में एक सफाई कर्मी नियुक्त किया गया है सफाई कर्मी ने अपने नीचे चंद्र रूपयो में दूसरा सफाई कर्मी नियुक्त किया है जो सरकारी न होकर प्राइवेट कर्मचारी है । लेकिन वह ग्राम प्रधान अनिल कुमार वर्मा के आदेश केआगे मजबूर होकर ग्राम की सफाई ना करके कुछ चुनिंदा लोगों के घर के सामने सफाई करता है या फिर प्राथमिक विद्यालय और गौशाला में सफाई कर कर चला जाता है। पूरे गांव में गंदगी से बुरा हाल है नालियां भरी पड़ी है ।
गौशाला में सरकार की तरफ से की नियुक्ति किए गए गोपालक सालों से है नदारत…
आपको बताते चलें की गौशाला में सरकार की तरफ से साफ सफाई और गौशाला की देखरेख के लिए दो गोपालक नियुक्त किए गए हैं। और वह प्रधान के परिवार के ही है । सफाई कर्मी ने बताया कि वह कभी नहीं आते गौशाला की सफाई कर्मी को करनी पड़ती है । शिकायत होने के बाद बौखला ग्राम प्रधान ने शिकायतकर्ता एवं आरटीआई कार्यकर्ता को बहुत भला बुरा कहा और देख लेने की धमकी दी है । कहा कि तुम्हें यदि प्रधानमंत्री के पास शिकायत करनी हो तो कर लो कोई हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता हम तुम्हें जेल भिजवाने की ताकत रखते हैं सारे अधिकारी हमारे हाथ में है। ग्राम प्रधान आगे कहता है कि आप शिकायत करेंगे हम शिकायत का निस्तारण करवाना भी जानते है ।