रिपोर्ट,दिलीप कुमार
बस्ती, परिषदीय विद्यालयों में नौनिहाल बच्चों के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ का मुख्य कारण बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार तिवारी की मनमानी तरीके से की जा रही धनउगाही है । बीएसए अनूप कुमार तिवारी शिक्षकों से मनचाहा धनउगाही करके प्रत्येक मामले में जांच एवं कार्रवाई के नाम पर लीपापोती करने में सफल है।
सूत्रों के मुताबिक पहले ऐसे बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार तिवारी है जिनको कानून / उच्चाधिकारियों से नही डर रहता है जो चाहते हैं वो कार्य कर देते हैं । विकासखण्ड कप्तानगंज के अन्तर्गत कम्पोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर में प्रधानाध्यापक राम जियावन वर्मा समेत अन्य समस्त स्टाफ की मिलीभगत से सरकारी शासनादेश को ताख पर रखकर चोरी से चिलबिल के पेड़ की बिक्री कर दी गई और चोरी चोरी चिलबिल के पेड़ की कटान करवाकर कुछ कटी लकड़ी की बिक्री भी की गई ।
सोशल मीडिया पर खबर वायरल होने पर वन विभाग कप्तानगंज ने मामले को संज्ञान में लेते हुए ग्राम प्रधान लक्ष्मी एवं लकड़ी ठेकेदार सन्तराम के खिलाफ कार्रवाई कर दिया था लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी बार – बार प्रधानाध्यापक के खिलाफ नोटिस जारी करके कार्रवाई के नाम पर धन उगाही कर रहे हैं । बीईओं प्रभात कुमार श्रीवास्तव ने पहले नोटिस जारी करके 07 दिनों के अन्दर विद्यालय में चोरी से पेड़ कटने के मामले में स्पष्टीकरण मांगा था ।
07 दिनों के अन्दर प्रधानाध्यापक राम जियावन वर्मा ने स्पष्टीकरण का जबाब बीईओं प्रभात कुमार श्रीवास्तव को दिया जिसमें स्पष्टीकरण के जबाब से स्पष्ट है कि शासनादेश के विरुद्ध चिलबिल के पेड़ की कटान हुई है जिसकी सूचना बीएसए अनूप कुमार तिवारी को दे दिया है । बीएसए ने मामला गंभीर देख कर दोबारा प्रधानाध्यापक के खिलाफ नोटिस जारी कर 15 दिनों के अन्दर साक्ष्य सहित जबाब मांगा था साक्ष्य सहित जबाब न मिलने पर प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।
लेकिन 01 माह से ऊपर का समय बीत गया परन्तु अभी तक प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पाई है जिसको लेकर पूरे जिले में तरह – तरह की चर्चाएं चल रही है । इस प्रकरण में जानकारी के लिए मीडिया टीम ने फोन किया तो बीएसए ने मीडिया टीम के फोन को रिसीव नहीं किया ।