रिपोर्ट: सचिन सिंह चौहान
टूंडला : सुभाष चौराहा से स्टेशन मार्ग पर सरकारी इमारतों पर लगे अतिक्रमण क़े चलते नालों की पूर्णतः सफाई न होना एवं दूकान दारों द्वारा नालों में साफ सफाई करके कूड़े को डाल दिए जाने की एक अहम समस्या क़े चलते नालों की गंदगी में विषेली गैस एवं जहरीले मच्छरों क़े प्रकोप से महामारी की आशंका बनी रहती है. इसके बाबजूद नालों पर पक्के अतिक्रमण क़े चलते सफाई व्यवस्था में अवरोध होना एक अहम लाजिमी समस्या क़े अलावा सरकारी फुटपाथ पर विधुत विभाग क़े द्वारा रखें गये ट्रांसफार्मर लगे होने क़े कारण जी का जंजाल बन चुके है.
बीआईपी रोड क़े दोनों किनारे पर बने फुटपाथ पर अवैध अतिक्रमण होने क़े कारण बाहन स्वामियों को सड़क पर बाहन चालकों को खड़ा करना तो उनकी मजबूरी भी है परन्तु दबंग बाहन चालक तो जान बूझ कर अपने दो पहिये बाहन को सड़क पर खड़ा करके अपनी दबंगई का प्रदर्शन करते है .
इसके अतिरिक्त सड़कों पर चार पहिये क़े ठेले क़े माध्यम से आजीविका चलाने बाले कतिपय दुकान दार उपरोक्त स्टेशन मार्ग को जाम लगाने में अपनी अहम भूमिका निभा रहें है. बाक़ी की कोर कसर नगर में चलने बाले ऑटो चालक भी जाम की समस्या को उतपन्न किया करते है. जिसके चलते नगर व ग्रामीण जनता को सड़क क़े मध्य चलने पर उनकी मजबूरी बन जाती है. फिर सड़क दुर्घटना होना तो लाजिमी हो जाता है.
बताया जाता है की विगत कई माह से जिला प्रसासन द्वारा नगर क़े मुख्य मार्ग से जाम की स्थिति से छूटकारे हेतु अवैध अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है. परन्तु इस अभियान क़े तहत दूकानदारों का विरोध भी झेलना पड़ रहा है. समस्या का मुख्य कारण है कि फुटपाथ एवं नालों क़े ऊपर हुए अतिक्रमण एक अहम समस्या उतपन्न करते है .इस संबंध में जाँच पड़ताल में बीआईपी मार्ग क़े मध्य बने फुटपाथ पर सरकारी अतिक्रमण एक अहम समस्या बन चुका है . नगर में वैसे तो कई मुख्य मार्ग ऐसे है जिन पर अतिक्रमण वर्तमान समय में काफ़ी अरसे से किया जा चुका है. आखिर इन मार्गो को अतिक्रमण मुक्त तहसील प्रसासन मुक्त करा सकेगा या नहीं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.