रिपोर्ट,दिलीप कुमार
बस्ती संवाददाता – लगातार हो रही बरसात में भी अमृत सरोवरों से प्रधानों के सहारे अधिकारी अमृत निकाल रहे हैं व जिम्मेदारों की चुप्पी भ्रष्टाचारियों के लिए सोने पर सुहागा का कार्य कर रही है । मनरेगा के सम्बन्ध में बी0डी0ओ0 कुदरहा द्वारा जारी पत्र जनपद में चल रही मनरेगा योजना की कलई खोल चुका है फिर मनरेगा के जिम्मेदारों की कुम्भकर्णी नींद नहीं खुल रही है।
मिली जानकारी के अनुसार जनपद में तीन-चार दिनों से बरसात का सिलसिला लगातार जारी है । तालाब गड्ढे पानी से लबालब भरे हुए हैं फिर भी प्रधानों के सहारे अधिकारी मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगवाकर सरकारी धन का बंदरबांट करने में व्यस्त हैं । जमीनी हकीकत पर जाएं तो वर्तमान में किसी भी तालाब पर मनरेगा कार्य का संचालन करना संभव नहीं है फिर भी फर्जी हाजिरी के सहारे सरकारी धन के बंदरबांट का सिलसिला लगातार जारी है ।
बी0डो0ओ0 कुदरहा के पत्र ने खोली जनपद में मनरेगा की कलई
गरीबों के उत्थान हेतु बनी मनरेगा योजना अधिकारियों के ” ऐशो आराम ” की योजना में तब्दील हो चुकी है जिसके कारण ही मनरेगा के भ्रष्टाचार पर अंकुश लगना टेढ़ीखीर सा हो गया है । जनपद स्तर पर मनरेगा भ्रष्टाचार की काफी फाइले लंबित हैं और सुविधा शुल्क लेकर जॉच के नाम पर भ्रष्टाचारियों को पोषण पहुॅचाया जा रहा है और मनरेगा भ्रष्टाचार की समस्या जनपद में जस की तस बनी हुई है जिसकी पुष्टि समाचार पत्रों की सुर्खियां कर रही हैं ।

Author: भूपेन्द्र सिंह कुशवाहा
पेशे से पत्रकार , इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया एवं विभिन्न न्यूज़ पोर्टल का अनुभव, सभी चैनलों का अपना अपना एजेंडा लेकिन मेरी विचारधारा स्वतंत्र पत्रकार की "राष्ट्र हित सर्वप्रथम"